ब्रेकिंग
राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ – रहटादह का 61 वां वार्षिक महाअधिवेशन डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह आयोजन 11 से 14 अप्रैल,मुख्य अथिति मेयर अलका बाघमार हुई शामिल कलेक्टर ने सुशासन संध्या चौपाल का किया अवलोकन जिले में बाल विवाह रोकने की कार्रवाई सफल, 16 वर्षीय बालिका का विवाह रोका गया अपने धर्म रक्षा के प्रति सच्चा सेवक बने,गजेंद्र यादव श्रद्धालुओं से मुलाकात कर जन्मोत्सव की दी बधाई गृह ग्राम दोनर बजरंग चौक स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की खुशहाली की ... एल्युमीनियम फॉयल और पाउडर बनाने वाली कंपनी में विस्फोट,कई कर्मचारी घायल वाहन चालकों के लिए हेलमेट, सीटबेल्ट के उपयोग व लायसेंस एवं बीमा होना जरूरी- न्यायमूर्ति श्री अभय मनो... नागरिकों की शिकायते सुनने टोल फ्री नंबर 1800 233 0788 सेवा में डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार
रायपुर

शादियों का शौकीन व्यक्ति का खूनी खेल: दो साल के मासूम और दूसरी पत्नी पर जानलेवा हमला

रायपुर । जबलपुर निवासी पंकज कुमार विश्वकर्मा ने ढाई साल पहले हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया था और अपनी पत्नी के साथ रायपुर के मोवा इलाके में रह रहा था। दोनों का दो साल का मासूम बेटा भी है।

लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही पीड़िता को एक चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला—जिस व्यक्ति को उसने अपना जीवनसाथी समझा, वह पहले से शादीशुदा था और उसका एक अन्य पत्नी से भी दो साल का बच्चा था।

जांच-पड़ताल करने पर पीड़िता को और भी बड़ा झटका लगा। पंकज ने न केवल पहली पत्नी को धोखे में रखा, बल्कि पीड़िता की मासी की बेटी से भी तीसरी शादी कर ली। यानी यह व्यक्ति शादी को महज एक खेल समझकर, हवस का पुजारी बनकर, एक के बाद एक महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा था।

जानलेवा हमले और मानसिक प्रताड़ना का सिलसिला

पंकज का वहशीपन यहीं खत्म नहीं हुआ। उसने पीड़िता और उसके मासूम बेटे को कई बार जान से मारने की कोशिश की। आए दिन वह पत्नी के साथ मारपीट करता और उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता। पीड़िता जब अपने अधिकारों के लिए खड़ी हुई, तो पंकज ने उसे धमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

मेघा तिवारी ने बढ़ाया मदद का हाथ

अपने दर्द और भय से जूझ रही पीड़िता ने अंततः समाज सेविका मेघा तिवारी से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने तुरंत महिला थाना और मोवा थाना में शिकायत दर्ज करवाई। मोवा थाना प्रभारी ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

कब मिलेगा न्याय?

इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या प्रशासन पीड़िता के आंसू पोछने के लिए ठोस कदम उठाएगा? या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह केवल फाइलों में दबकर रह जाएगा?

अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन कितनी जल्दी इस दरिंदे को सलाखों के पीछे पहुंचाता है और पीड़िता को न्याय मिलता है या नहीं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button