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दुर्ग

वोरा का बयान: आम जनता में बढ़ती असुरक्षा की भावना दुर्भाग्यजनक

दुर्ग। बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में हुई युवक की कथित हत्या एवं उसके बाद उपजी अराजकता की स्थिति एवं जनाक्रोश पर वरिष्ठ कांग्रेसी अरुण वोरा ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए राज्य शासन एवं कानून व्यवस्था पर तीखे सवाल उठाए हैं। उन्होंने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्रदेश को जघन्य अपराधों का गढ़ बना दिया है। शासन की कमजोर व्यवस्था से समाज की रक्षक मानी जाने वाली पुलिस की छवि लगातार खराब हो रही है।

आए दिन बढ़ते अपराध ऊपर से पुलिस कस्टडी में होने वाली मौतों से आम जनता में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। अपराध नियंत्रण कानून के अनुसार होना चाहिए जबकि यहां कानून के पहरेदारों पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। प्रदेश के चारो कोनो से पुलिसिया अत्याचार की खबरें आ रही हैं। सामाजिक ताना बाना अस्त व्यस्त नजर आ रहा है। बलरामपुर के युवक गुरुचरण सिंह की थाने में मौत के पीछे कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसका जवाब शासन प्रशासन को देना होगा।

मृतक के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार युवक को गैरकानूनी ढंग से 24 घंटे से अधिक तक पुलिस हिरासत में रख कर बर्बरता से मारपीट की गई। फांसी का फंदा बनाने के लिए युवक के पास तौलिया कहाँ से आया? मृतक के शव का पंचनामा परिजनों के सामने क्यों नहीं करवाया गया? ऐसे कई सवाल हैं जो गंभीर हैं।

ऐसे में कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए एवं ऐसी लगातार हो रही घटनाओं को रोकने के लिए दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। मृतक का अनुभवी डॉक्टरों से पुनः पोस्टमार्टम कराया जाए एवं परिजनों को 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए। वोरा ने पुलिस अधिकारियों को भी जन मित्र एवं रक्षक की छवि बनाए रखने की अपील की है।

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