समाज मे नई क्रांति आने लगी है..पहंडोर की नतनीन कु.उपासना मढ़रिया, बेटे का फर्ज निभाया

पाटन । पाटन ब्लॉक के ग्राम पहंडोर में छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज का परिवार निवास करता है। उक्त परिवार में कोई पुत्र नहीं था।, सिर्फ दो पुत्रियां है। लेकिन उनकी बड़ी बेटी है का विवाह हो चुका है।



इस कारण उनकी एक छोटी बेटी है। लेकिन इस बेटी ने सिद्ध कर दिया कि बेटियां भी बेटों के बराबर ही होती है। ग्राम पहंडोर वाले ताराचंद मढ़रिया के कुछ सालों से अस्वस्थता के चलते कल रात्रि में निधन हो गया है। परिवार में माता मुंगेश्वरी मढ़रिया एवं एक छोटी बेटी है ।



एक बड़ी बेटी का विवाह हो चुका है। माता ने परिवार चलाने के लिए एक छोटे से नड्डा फैक्ट्री में कार्य करते हुए अपने जीवन यापन करने के लिए कार्य कर रही है। इनकी छोटी बेटी ने पुरुष विहीन परिवार को जिम्मेदार बेटा के समान संभाला ।परन्तु नियति को कुछ और ही मंजूर था।

दुर्भाग्यवश बहुत सालों पहले मुंगेश्वरी मढ़रिया के पति भूषण मढ़रिया का भी लंबी अस्वस्थता के चलते आकस्मिक देहावसान हो गया। परिवार समाज में अंतिम संस्कार के समय बेटे के द्वारा मुखाग्नि देने का रिवाज है। परन्तु परिवार में बेटा नहीं होने के कारण मुंगेश्वरी मढ़रिया की छोटी सुपुत्री कु. उपासना मढ़रिया ने अपने बड़े पिता को मुखाग्नि देकर समाज परिवार के लिए एक आदर्श स्थापित किया।
इस दुख भरे कार्य में परिवार के सभी रिश्तेदार और ग्राम पहंडोर के नागरिक गणो ने बिटिया उपासना मढ़रिया को पूर्ण सहयोग प्रदान किया। बेटी ने सिद्ध कर दिया कि की बेटी बेटा एक समान होते है।
इस दुख की घड़ी पर ग्राम पहंडोर के पुरोहित पंडित गोविंद प्रसाद अवस्थी के सुपुत्र भाई नवीन अवस्थी ने मंत्रोच्चार के साथ अंतिम संस्कार का कार्यक्रम पूर्ण करवाया।
जिसमें ग्राम पहंडोर के पूर्व सरपंच गजेन्द्र मढरिया छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज दुर्ग राज के ग्राम पहंडोर के ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह मढ़रिया, लिख राम मढ़रिया टिकेंद्र मढ़रिया पवन कुमार मढरिया चंद्रशेखर मढ़रिया , एवं ग्राम पहंडोर के गण मान्य नागरिक शामिल हुए|