ब्रेकिंग
उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के कार्य सराहनीय – अरुण साव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं के साथ किया आत्मीय संवाद श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव स... दुर्ग में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवक की मौत, एक की लाश नदी में मिली, दूसरा तालाब में डूबा न्यायमूर्ति अभय मनोहर स्प्रे, अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट ऑन रोड सेफ्टी के द्वारा आज दिनांक को दुर्ग जिले ... सुशासन तिहार के प्रथम चरण में 109452 आवेदन प्राप्त हुए - मांग के 106421 आवेदन एवं शिकायत के 3031 आव... शिवनाथ नदी पुल के नीचे मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, पुलिस जांच में जुटी गया नगर में युवक ने लगाई फांसी, कारणों की जांच में जुटी पुलिस तेज रफ्तार एसयूवी की टक्कर से आठ लोग घायल, पुलिस ने आरोपी चालक को पकड़ा नागपुर रेलवे स्टेशन पर सीजी सुपरफास्ट न्यूज चैनल के सम्पादक सुरेश गुप्ता की खास बातचीत: कारीगिरी और ...
दुर्ग

शिशु संरक्षण माह (एसएसएम) द्वितीय चरण का आयोजन

दुर्ग | कलेक्टर  ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज जिला स्तर पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पोटियाकला में शिशु संरक्षण माह द्वितीय चरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भूमिका वर्मा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक श्री संजीव दुबे, अस्पताल के समस्त चिकित्सा अधिकारी,

आरएमएनसीएच ए कंसल्टेंट शोभिका गजपाल, एवं अन्य जिला स्तर के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। शासन के द्वारा जारी निर्देशानुसार नियमित टीकाकरण के साथ ही विटामिन ‘ए‘ (09 माह से 05 वर्ष के बच्चों को प्रत्येक 6 माह में 1 बार) एवं प्थ्। सिरप (06 माह से 05 वर्ष के बच्चों को सप्ताह में 2 बार) 1-1 उस लगातार 6 माह तक पिलाया जावेगा।

बच्चों व गर्भवती माताओं का टीकाकरण, गर्भवती माताओं की जांच तथा उन्हें पोषण आहार की सलाह के साथ-साथ अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) रिफर किया जाएगा व मध्यम कुपोषित बच्चों हेतु माताओं को आहार की सलाह दी जाएगी।

कलेक्टर  चौधरी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिशुवती माताओं को 1000 दिवस तक बच्चों के विशेष देखभाल, आहार व टीकाकरण अनिवार्य करवाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों की देखभाल उनके 5 वर्ष के हो जाने तक अवश्य जारी रखने चाहिये।

जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी, आरएमएनसीएच ए कंसल्टेंट व ब्लॉक स्तर पर मॉनिटरिंग टीम को जिले में भ्रमण सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिये गये। कलेक्टर द्वारा कार्यक्रम के पश्चात शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पोटियाकला के प्रांगण में बेल का पौधा रोपण किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button