ब्रेकिंग
दुर्ग पुलिस की बड़ी कार्यवाही, 15 जुआरी गिरफ्तार – 1.24 लाख रुपये नकद बरामद भिलाई: कपल को रूम देकर पोर्न वीडियो शूटिंग की आशंका, पुलिस ने मारा छापा ट्रकों की भीषण टक्कर के बाद लगी आग, जलकर चालक की दर्दनाक मौत भीषण गर्मी में रेल यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें, 5 मई को कई ट्रेनें रद्द, कई घंटों की देरी से चल रही ... जनता की समस्या का समयबद्ध समाधान सुशासन तिहार का उद्देश्य: कलेक्टर अभिजीत सिंह निर्वाचन आयोग जल्द लॉन्च करेगा एकल-बिंदु ऐप, बेहतर यूआई यूएक्स के साथ 40 से अधिक आईटी ऐप्स होंगे शाम... राहुल गांधी के संघर्ष की हुई जीत,मोदी सरकार को जातिगत जनगणना के लिए करनी पड़ी घोषणा-आकाश कन्नौजिया आवेदनों का समाधान करने आज 5 मई से 06 वार्डो में लगेंगे शिविर भिलाई में दो दिवसीय राज्य स्तरीय सेमीनार का आयोजन हटरी बाजार दुकान के ऊपर टीन सेट पर चला निगम का बुलडोजर, 30 से ज्यादा अतिक्रमण हटाया:
दुर्ग

जनता की समस्या का समयबद्ध समाधान सुशासन तिहार का उद्देश्य: कलेक्टर अभिजीत सिंह

दुर्ग।  छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सुशासन की स्थापना को लेकर लगातार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। शासन-प्रशासन के हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शासकीय कार्यों में पारदर्शिता आए, योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो, और इनका लाभ उन जरूरतमंद वर्गों तक समयबद्ध ढंग से पहुंचे, जिनके लिए ये योजनाएं बनाई गई हैं। इसी कड़ी में, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में सुशासन तिहार-2025 का आयोजन किया जा रहा है।

इस तिहार का उद्देश्य-आमजनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी लाना, और जनता, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है। उक्त बातें कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। इस अवसर पर  जिला नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर वीरेंद्र सिंह, जिला पंचायत के सीईओ  बी.के. दुबे, नगर निगम भिलाई के आयुक्त राजीव पाण्डे, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त एस.के. अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर  लता उर्वशा एवं  सिल्ली थॉमस, एसडीएम  हरवंश सिंह मिरी, डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव, तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता,उपसंचालक जनसंपर्क एम एस सोरी और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कलेक्टर अभिजीत सिंह ने पत्रकारों को सुशासन तिहार 2025 के तीसरे चरण की शुरुवात की जानकारी देते हुए कहा कि  सुशासन तिहार-2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 08 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित हुआ। जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए हैं। ये आवेदन समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से लिए गए हैं।

आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखण्ड मुख्यालय (अनुविभागीय अधिकारी, तहसील, जनपद एवं ग्राम पंचायतों) के स्तर पर की गई थी। कलेक्टर सिंह ने बताया कि दुर्ग जिले में कुल 119650 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 115489 मांग एवं 4161 शिकायतें थी।

दूसरे चरण में इन प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड कर संबंधित विभाग, जनपद और नगरीय निकाय के अधिकारियों को ऑनलाइन व भौतिक रूप से भेजकर उनके गुणवत्तापूर्ण निराकरण की कार्यवाही की जा रही है। प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति मांगों की 103555 (98.17 प्रतिशत) व शिकायतों की 2897 (69.62 प्रतिशत) आवेदन निराकृत है। इस प्रकार कुल 106452 (88.97 प्रतिशत) आवेदनों का निराकरण हो गया है। मांग से संबंधित आवेदनों को बजट की उपलब्धता के आधार पर निराकृत किया जा रहा है साथ ही प्राथमिकता क्रम भी तय किया जा रहा है ताकि भविष्य में बजट उपलब्ध होने पर उच्च प्राथमिकता के कार्यों की स्वीकृति की जा सके।

काफी मांगे प्रधानमंत्री आवास योजना व उज्जवला योजना से सम्बन्धित हैं, जिनके बारे में राज्य सरकार भारत सरकार से अतिरिक्त लक्ष्य के लिए आग्रह कर रही है। इन योजनाओं में लक्ष्य प्राप्त होने पर आवेदकों की मांगें पात्रतानुसार निराकरण हो जायेगी, विदित हो कि इसी अवधि में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत ऐसे परिवार जिनका नाम आवास की किसी भी सूची में सम्मिलित नहीं है, ऐसे परिवारों को आवास प्लस 2.0 सर्वे के माध्यम से कुल 88480 हितग्राहियों का नाम जोड़ा जा चुका है।

मोर दुआर साय सरकार महा अभियान के तहत विशेष पखवाड़ा 15 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच चलाया गया जिसमें जिले में सहायता प्राप्त सर्वे 48053 एवं स्वयं द्वारा 4756 कुल 52809 हितग्राहियों का नाम जोड़ा गया है। तीसरे एवं अंतिम चरण की शुरूआत 05 मई से हो रही है, जो 30 मई तक चलेगा। इस दौरान जिले के 08 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। नगरीय निकायों में भी शिविर लगाए जाएंगे। जिले में कुल 73 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, शिविरों की तारीख स्थानवार पोर्टल पर भी उपलब्ध कराई गई है।

इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों पर की गई विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी दी जाएगी। शिविरों में नए आवेदन भी लिए जाएंगे, और जिन मामलों का समाधान वहीं संभव होगा, उनका मौके पर ही निराकरण किया जाएगा। शिविरों में विभिन्न विभागों से सम्बन्धित जानकारी प्रदर्शित की जायेगी, जैसे:-टी.बी. कार्यक्रम, फसल चक्र परिवर्तन, बीज उत्पादन, सुपोषण, सिकल सेल, टीकाकरण, माहवारी प्रबंधन इत्यादि ।

विभागीय अधिकारी समाधान शिविरों में विभागों द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देंगे साथ ही हितग्राहीमूलक योजनाओं के आवेदन पत्र / प्रपत्र भी उपलब्ध कराएंगे। समाधान शिविरों में विकासखंड एवं अनुभाग स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे, जिलास्तर से भी कुछ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

इसी तरह की व्यवस्था नगरीय निकायों के शिविरों मे भी रहेगी। तीसरे चरण के दौरान मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी कुछ समाधान शिविरों में शामिल होंगे और आमजनता से सीधा संवाद करेंगे।  मुख्यमंत्री विकास कार्यों और योजनाओं का औचक निरीक्षण भी करेंगे और योजनाओं के जमीनी लाभ के बारे में फीडबैक लेंगे।

मान. मुख्यमंत्री जी जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे, जिसमें शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति, विभिन्न योजनाओं की प्रगति और आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री अपने प्रवास के दौरान प्रेसवार्ता को संबोधित करेंगे और विभिन्न संगठनों एवं नागरिकों से भेंट भी करेंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने मीडिया प्रतिनिधियों सेे आग्रह किया कि ये समाधान शिविरों के प्रचार-प्रसार में सहभागी बने, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button