ब्रेकिंग
जिले में बाल विवाह रोकने की कार्रवाई सफल, 16 वर्षीय बालिका का विवाह रोका गया अपने धर्म रक्षा के प्रति सच्चा सेवक बने,गजेंद्र यादव श्रद्धालुओं से मुलाकात कर जन्मोत्सव की दी बधाई गृह ग्राम दोनर बजरंग चौक स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की खुशहाली की ... एल्युमीनियम फॉयल और पाउडर बनाने वाली कंपनी में विस्फोट,कई कर्मचारी घायल वाहन चालकों के लिए हेलमेट, सीटबेल्ट के उपयोग व लायसेंस एवं बीमा होना जरूरी- न्यायमूर्ति श्री अभय मनो... नागरिकों की शिकायते सुनने टोल फ्री नंबर 1800 233 0788 सेवा में डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार अपर कलेक्टरों के मध्य कार्यों का विभाजन प्याऊ घर की सुविधा मिलने से लोगों को भीषण गर्मी में पेयजल उपलब्ध होता है,स्वयंसेवी संस्थाओं ने हमेशा... रास्ते में मोबाईल छीन कर भागने वाले को पकड़ने में दुर्ग पुलिस को मिली सफलता
दुर्ग

भिलाई स्कूल में यौन उत्पीड़न: IG दुर्ग ने बनाई SIT, जल्द होगी जांच

दुर्ग। दुर्ग जिले के भिलाई स्थित एक प्रमुख प्राइवेट स्कूल में 5 वर्षीय एक बच्ची के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न की घटना में जांच की दृष्टिकोण से बड़ा अपडेट सामने आया है। यह मामला अगस्त महीने में प्रकाश में आया था, जब पीड़ित बच्चों के परिवार ने घटना के बारे में शिकायत की। मामला पॉक्सो एक्ट से संबंधित है। दुर्ग पुलिस ने शुरू में कोई मामला दर्ज नहीं किया था। लेकिन मीडिया की सक्रियता के बाद लगभग एक महीने बाद रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस प्रकरण में दुर्ग पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए थे। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए, IG राम गोपाल गर्ग ने जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व बेमेतरा की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवती सिंह करेंगी। SIT में बालोद के एसडीओपी देवांश सिंह, दुर्ग महिला थाना प्रभारी श्रद्धा पाठक और बेमेतरा में तैनात एसआई मयंक मिश्रा शामिल हैं।

घटना के प्रकाश में आने के बाद, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने प्राचार्य का घेराव कर दिया था। स्कूल प्रबंधन ने ऐसे किसी भी घटना से इनकार किया है। हालाँकि, घटना के दिन ड्यूटी पर मौजूद एक महिला कर्मचारी को स्कूल प्रबंधन द्वारा हटा दिया गया था, जिससे स्थिति और भी संदिग्ध हो गई है। इस मामले की जांच से यह उम्मीद की जा रही है कि इस मामले की सच्चाई सामने आएगी और अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासन की इस दिशा में सक्रियता से यह संदेश जाएगा कि समाज में ऐसे अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button