ब्रेकिंग
जब गाँव थिरका अपने गुरुओं के लिए: डीजे, गुलाल और ढोल के साथ दी गई विदाई एनएसएस कैंप में नमाज पढ़वाने का मामला: प्रोफेसर दिलीप झा को पुलिस ने तड़के घर से उठाया, अन्य आरोपितो... अनुकंपा नियुक्ति पर हाई कोर्ट का बड़ा फैसला: परिवार में एक सदस्य सरकारी सेवा में होने पर नहीं मिलेगा... पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हो रहे अधिकारी/कर्मचारियों का सम्मान/विदाई समारोह आतंकी हमले में दिवंगत दिनेश मिरानिया के परिजनों को 20 लाख की सहायता देगी राज्य सरकार: मुख्यमंत्री सा... महिलाओं को आर्थिक संबल: महतारी वंदन योजना की 15वीं किश्त जारी, 648 करोड़ रुपए ट्रांसफर खेलो इंडिया चयन ट्रायल में मर्रा-पाटन की बालिका कबड्डी खिलाड़ियों ने दिखाया दम अवैध रूप से गांजा बिकी करने वाले 02 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में दो मोटर सायकल चोरों को किया गया गिरफ्तार मुख्यमंत्री साय की घोषणा: स्व. दिनेश मिरानिया के परिवार को राज्य सरकार देगी 20 लाख की सहायता
दुर्ग

टापवर्थ स्टील्स एंड पावर में ठेका श्रमिकों की समस्या का शांतिपूर्ण समाधान, 3 माह की अनुग्रह राशि देने पर सहमति

दुर्ग |  बोरई औद्योगिक क्षेत्र, रसमड़ा स्थित टापवर्थ स्टील्स एंड पावर प्रा. लि. में कार्यरत लगभग 500 ठेका श्रमिकों के वेतन विवाद का समाधान अंततः जनप्रतिनिधियों, प्रशासन और कंपनी प्रबंधन की पहल से शांतिपूर्ण तरीके से कर लिया गया है। लंबे समय से चल रहे इस मुद्दे के समाधान से क्षेत्र में पुनः औद्योगिक शांति बहाल हो गई है।

ज्ञात हो कि जनवरी 2020 से यह कंपनी राष्ट्रीय कम्पनी लॉ न्यायाधिकरण (NCLT) के आदेशानुसार कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोलुशन प्रक्रिया (CIRP) के अंतर्गत थी, जो अक्टूबर 2023 को समाप्त हुई। इसके पश्चात अमलगम स्टील ने कंपनी का अधिग्रहण किया। कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के चलते कंपनी अप्रैल 2020 से जुलाई 2020 तथा अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक कुल 14 माह बंद रही, जिसके दौरान ठेका श्रमिक कार्य पर नहीं आ सके।

इन श्रमिकों ने बंद अवधि का वेतन प्राप्त करने हेतु NCLT में दावा दायर किया, जिसे 24 जून 2024 को खारिज करते हुए न्यायाधिकरण ने यह स्पष्ट किया कि समाधान योजना के अनुमोदन के पश्चात नए स्वामी पर किसी अतिरिक्त दावे की जिम्मेदारी नहीं डाली जा सकती।

तपती गर्मी में महिला व पुरुष ठेका श्रमिकों ने लगातार 6 दिनों तक हड़ताल की, जिसके बाद प्रबंधन ने समस्या के समाधान की दिशा में गंभीर पहल की।  हालांकि कानूनी रूप से अमलगम स्टील पर कोई दायित्व नहीं था, फिर भी सामाजिक और मानवीय दृष्टिकोण से जिला पंचायत सदस्य सुश्री प्रिया साहू, जनपद सदस्य नंद कुमार साहू, सरपंच प्रतिनिधि बालकिशन निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप और प्रशासन की उपस्थिति में 28 अप्रैल 2025 को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। उल्लेखनीय है कि CG Super Fast News चैनल के संपादक ने भी इस मुद्दे को उठाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बैठक में सहमति बनी कि मार्च 2020 में लागू न्यूनतम पारिश्रमिक के आधार पर ठेका श्रमिकों को तीन माह की अनुग्रह राशि तीन किश्तों में दी जाएगी। साथ ही हड़ताल के छह दिनों का वेतन भी अनुग्रह राशि के रूप में प्रदान किया जाएगा। आंदोलन के दौरान की गई सभी अनुशासनात्मक कार्यवाहियाँ भी समाप्त मानी जाएंगी। दोनों पक्षों ने न्यायालयों व प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत अपने-अपने दावे व आवेदन वापस लेने पर भी सहमति जताई।

इस समाधान बैठक में ठेका श्रमिकों की ओर से प्रिया साहू, नंद कुमार साहू, बालकिशन निषाद, एच.एस. मिश्रा, भीमराव बागडे, बसंत निषाद सहित अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। कंपनी प्रबंधन की ओर से विजय पाण्डेय, जय थॉमस, के.टी. तिड़के, विनोद कुमार, कमलेश पवार तथा प्रशासन की ओर से तहसीलदार वासुमित्र दीवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनन्दन राठौर, थाना प्रभारी अंजोरा एवं पुलगांव उपस्थित थे।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button