नशे के खिलाफ पुलिस का सख्त अभियान, 4 युवकों पर की गई कार्रवाई
दुर्ग। नशे के खिलाफ संकल्प अभियान के तहत दुर्ग पुलिस ने नशे के नए तरीके से सेवन करने वाले युवकों पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 4 युवकों को नशा करते हुए पकड़ा, जो मेडिकल से आसानी से उपलब्ध एव्हील इंजेक्शन और नशा मुक्ति केंद्र से मिलने वाले ओएसटी पावडर को मिलाकर नशा कर रहे थे। इन युवकों के खिलाफ पद्यनाभपुर थाने में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है।



क्या है पूरा मामला?
पुलिस अधीक्षक दुर्ग, जितेंद्र शुक्ला (भा.पु.से.) के निर्देश पर एन्टी क्राइम और साइबर यूनिट (एसीसीयू) की टीम को इस मामले की जांच और कार्रवाई की जिम्मेदारी दी गई थी।
सूचना के अनुसार, कुछ युवक नशा मुक्ति केंद्र से मिलने वाले ओएसटी पावडर और मेडिकल में मिलने वाले एव्हील इंजेक्शन का मिश्रण बनाकर इंजेक्शन के माध्यम से शरीर में नशा कर रहे थे।



युवकों की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पद्यनाभपुर क्षेत्र में दबिश दी और चार युवकों को गिरफ्तार किया।
सुनील डेकाडे (निवासी पद्यनाभपुर)
जागेश्वर साहू (निवासी कसारीडीह)
रवि चौहान (निवासी सिविल लाइन, दुर्ग)
सागर उमरे (निवासी सुभाष नगर)
पूछताछ में युवकों ने स्वीकार किया कि वे एव्हील इंजेक्शन और ओएसटी पावडर का मिश्रण बनाकर नशा करते थे।
आपूर्ति स्रोतों की जानकारी
एव्हील इंजेक्शन को ग्राम सेवती के मेडिकल स्टोर से खरीदा जा रहा था।
ओएसटी पावडर नशा मुक्ति केंद्र सुपेला से प्राप्त हो रहा था।
पुलिस ने इस संबंध में औषधि नियंत्रण विभाग और नशा मुक्ति केंद्र को सूचित कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन की सख्ती और कार्रवाई
इस मामले में थाना पद्यनाभपुर ने विधिवत कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान को और अधिक सख्त बनाने का आश्वासन दिया है।
सफल टीम और योगदान
इस कार्रवाई में सउनि गुप्तेश्वर यादव, प्र.आर. प्रदीप सिंह, धनंजय वर्मा, आरक्षक जी.रवि, तिलेश्वर राठौर, सनत भारती, नरेंद्र सहारे, और बालमुकुंद साहू का विशेष योगदान रहा।