100 दिवसीय “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” अभियान का शुभारंभ

बालोद| कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम. के. सुर्यवंशी के मार्गदर्शन एवं पवन साहु बालोद भाजपा जिला अध्यक्ष के अध्यक्षता में 100 दिवसीय निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ अभियान का शुभारंभ कार्यक्रम जिला चिकित्सालय बालोद में दिनांक 07/12/2024 को आयोजित किया गया।



उक्त शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा टीबी मुक्त भारत बनाने हेतु सभी स्टॉफ व आमजनों को शपथ दिलवाया गया व 100 दिवसीय निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ अभियान के रूपरेखा पर जानकारी प्रदान करते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम दिनांक 07/12/2024 से दिनांक 24/03/2025 तक चार चरण में संपन्न किया जाना है।




जिसका शुभांरभ दिनांक 07/12/2024 को पवन साहु बालोद भाजपा जिला अध्यक्ष के द्वारा जिला चिकित्सालय बालोद में निक्षय वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया गया। साथ ही कार्यक्रम की रूपरेखा को स्पष्ट करते हुये जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. संजीव ग्लैड ने बताया कि टीबी-कुष्ठ शंकाप्रद एवं उच्च जोखिम समूहों वाले व्यक्तियों का चिन्हाकन, वयोवृघ्द स्वास्थ्य संरक्षण व देखभाल व मितानिन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये|
मितानीन द्वारा घर-घर सर्वे कर टीबी-कुष्ठ शंकाप्रद की खोज व सैंपल संग्रहण(टीबी), एक्स-रे जांच तथा जांच उपरांत दवाई प्रारंभ किया जाना हैं, उपचाररत मरीजो का फॉलोअप किया जाना व टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना का लाभ व टीबी मरीज हेतु निक्षय मित्र बनने हेतु आमजनों से अपील किया गया।
100 दिवसीय अभियान में निक्षय वाहन के माध्यम से प्रचार प्रसार व नर्सिंग कॉलेज द्वारा रंगोली एवं पोस्टर के माध्यम से टीबी. कुष्ठ के बारे जागरूक किया गया, टीबी मरीज हेतु निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को सहयोग करने वाले सहयोगियों मति उत्तरा सोनबोईर व मति ललिता यादव को सम्मानित किया गया, टीबी का उपचार पूर्ण कर टीबी मरीज को सहयोग करने वाले टीबी चैम्पियन डुमन लाल सिन्हा व भूपेन्द्र ठाकुर का सम्मान किया गया।
शुभारंभ कार्यक्रम में सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला चिकित्सालय के समस्त चिकित्सक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सहायक नोडल अधिकारी एनसीडी, विकासखण्ड प्रशिक्षण अधिकारी, मितानीन कार्यक्रम, टीबी एवं कुष्ठ विभाग के समस्त कर्मचारी, पीरामल स्वास्थ्य, जिला चिकित्सालय के स्टॉफ नर्स तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मितानीन उपस्थित रहे।