रिसाली कॉलेज में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ

रिसाली।शासकीय नवीन महाविद्यालय रिसाली में शुक्रवार कोपुरस्कार वितरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक ललित चंद्राकर थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेश पांडे क्षेत्रीय अपर संचालक दुर्ग एवं प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय उतई रहे।



विशिष्ट अतिथि अनुपम साहू, रिसाली मंडल अध्यक्ष एवं राकेश जंघेल, मंडल अध्यक्ष पुरैना एवं युवा वार्ड पार्षद विधि यादव मरौदा उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर हुई।



महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनुपमा अस्थाना और वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. नागरत्ना गनवीर, प्रो. निवेदिता मुखर्जी एवं प्रो. नूतन देवांगन द्वारा सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

प्राचार्य द्वारा कॉलेज की प्रगति पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसमें कॉलेज की समस्याओ व विभिन्न क्षेत्रों में छात्र-छात्राओं की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
मुख्य अतिथि माननीय ललित चंद्राकर ने बच्चो को संबोधित करते हुए कहा कि हमें शिक्षकों के समक्ष अपनी बात रखने से हिचकना नही चाहिए। शिक्षक-छात्र एक दूसरे के पूरक है। छात्र के बिना शिक्षक और शिक्षक छात्र के बिना अधूरे हैं।
गुरु ही विद्यार्थी की छुपी प्रतिभा को उभारने का काम करते हैं। गुरू बिना ज्ञान संभव नही है। आधुनिता में भी हमे अपने सभ्यता और संस्कृति को थामे रखना है, तभी हमारा विकास सम्भव हैं।
उन्होंने कहा हमारा इतिहास गौरवशाली है हमें उसे पढ़ना व सुनना और आत्मसात करना चाहिए। हमें आत्मनिर्भर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की जो भी मांगे है उन्हें शीघ्र पूरा किया जायेगा।
क्षेत्रीय अपर संचालक डॉ. राजेश पाण्डेय ने कार्यक्रम की बधाई दी। इस अवसर पर महाविद्यालय में वर्ष भर होने वाली विभिन्न गतिविधियों के अंतर्गत एन.एस.एस, खेलकूद, वाद-विवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि इकाइयों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई । कार्यक्रम का संचालन प्रो. नूतन देवांगन ने किया एवं आभार प्रदर्शन डॉ. नागरत्ना गनवीर द्वारा किया गया।
अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारीगण, स्कूल के शिक्षक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थिति रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया