ब्रेकिंग
राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ – रहटादह का 61 वां वार्षिक महाअधिवेशन डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह आयोजन 11 से 14 अप्रैल,मुख्य अथिति मेयर अलका बाघमार हुई शामिल कलेक्टर ने सुशासन संध्या चौपाल का किया अवलोकन जिले में बाल विवाह रोकने की कार्रवाई सफल, 16 वर्षीय बालिका का विवाह रोका गया अपने धर्म रक्षा के प्रति सच्चा सेवक बने,गजेंद्र यादव श्रद्धालुओं से मुलाकात कर जन्मोत्सव की दी बधाई गृह ग्राम दोनर बजरंग चौक स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की खुशहाली की ... एल्युमीनियम फॉयल और पाउडर बनाने वाली कंपनी में विस्फोट,कई कर्मचारी घायल वाहन चालकों के लिए हेलमेट, सीटबेल्ट के उपयोग व लायसेंस एवं बीमा होना जरूरी- न्यायमूर्ति श्री अभय मनो... नागरिकों की शिकायते सुनने टोल फ्री नंबर 1800 233 0788 सेवा में डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार
छत्तीसगढ़

शिक्षा को शर्मसार करने वाली घटना: शिक्षक-शिक्षिका पर कड़ी कार्रवाई

बलरामपुर |बलरामपुर के पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम में शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जहां आश्रम के अधीक्षक रंजीत कुमार और शिक्षिका को ग्रामीणों ने एक ही कमरे में रंगे हाथों पकड़ा। रंजीत कुमार ने बिना किसी अनुमति के शिक्षिका को रात में हॉस्टल में ठहराया था। यह घटना छात्रों ने देखी और उसके बाद ग्रामीणों ने दोनों को घेरकर बीईओ को शिकायत दी|

मामला गंभीर होने पर बलरामपुर कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आश्रम अधीक्षक रंजीत कुमार को पद से हटा दिया और शिक्षिका को निलंबित कर दिया। जांच में शिक्षिका की लापरवाही और आश्रम अधीक्षक की अनुशासनहीनता सामने आई है। अधिकारियों ने जल्द ही इस मामले में और कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही हैं

कुमार ने बिना किसी सूचना के प्राथमिक शाला की शिक्षिका को रात में हॉस्टल में ठहराया था। जिसे वहां के छात्रों ने रंगे हाथों पकड़े था। मामले की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनों को आश्रम के अंदर ही घेर लिया। फिर मामले की शिकायत बीईओ को दी गई।

इस संदर्भ में दोनों पर कार्रवाई का आदेश जारी हो गया है। बीईओ को फोन के माध्यम से सम्बंधित अफसरों ने मामले की सूचना दी। जिसमें कहा गया कि, आश्रम अधीक्षक रंजीत कुमार आश्रम में महिला लेकर आए हैं। जो अधीक्षक रंजीत कुमार के साथ अवैधानिक रूप से शासकीय पहाड़ी कोरवा आश्रम में रुकी है।

ग्रामीणों ने आश्रम के अन्दर घेर कर रखा है। जिसके बाद अधिकारी तुरंत पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। पूरे मामले की जांच में शिक्षिका को सिविल सेवा आचरण नियम की जानकारी होने के बाद भी लापरवाही करना पाया गया। बलरामपुर के कलेक्टर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए शिक्षिका को निलंबित कर दिया है।शिक्षा को शर्मसार करने वाली घटना: शिक्षक-शिक्षिका पर कड़ी कार्रवाई

वहीं साथ ही हॉस्टल अधीक्षक को भी पद से हटा दिया गया है। जांच रिपोर्ट में आश्रम अधीक्षक पर अमर्यादित और अशोभनीय के साथ-साथ अत्यंत गंभीर और अनुशासनहीनता बताते हुए प्रतिवेदन दिया था। जिसके बाद आश्रम अधीक्षक को मूल पद के लिए विरमित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि उनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button