दुर्ग जिले में पी. एम. आशा योजनांतर्गत सरसों चना एवं मसूर फसलों का उपार्जन हुआ प्रारंभ
दुर्ग | जिले में प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान योजना (पीएम आशा योजना) के तहत् रबी विपणन वर्ष 2025-26 में चना, मसूर एवं सरसों फसल का प्राईस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) योजनांतर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसी क्रम में 11 अप्रैल 2025 को उपार्जन केन्द्र चंदखुरी में ई-समृद्धि पोर्टल से दुर्ग एवं पाटन विकासखंड के 175 किसानों का 250 क्विंटल मात्रा में सरसों एवं 4 क्विंटल चना का उपार्जन किया गया।



निलमणी, हिमांचल प्रसाद चंद्राकर, पतिराम, पवन चंद्राकर, विनोद कुमार देवांगन, विरेन्द्र कुमार सिंह, मुनिट देवांगन आदि उपस्थित कृषकों के द्वारा सरसों एवं चना फसलों का उपार्जन प्रति एकड़ 5 क्विंटल सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य 5950 रूपए एवं चना प्रति एकड़ 6 क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रूपए की दर से उपार्जन होने से कृषकों में खुशी का माहौल है।



उप संचालक कृषि से मिली जानकारी अनुसार जिले में उपार्जन एवं भण्डारण हेतु राज्य शासन द्वारा उपार्जन केन्द्र के रूप में विकासखण्ड धमधा में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति, अहिवारा, लिटिया, कन्हारपुरी एवं गोटा तथा भण्डारण केन्द्र के रूप में सीजीएसडब्लयूसी धमधा एवं विकासखण्ड दुर्ग हेतु उपार्जन केन्द्र प्राथमिक सेवा सहकारी समिति, चंद्रखुरी व भण्डारण केन्द्र के रूप में सीजीएसडब्लयूसी दुर्ग अधिसूचित किये गये है। संदीप कुमार भोई उप संचालक कृषि दुर्ग, एस.आर. बेहरा, बीज प्रबंधक, बीज निगम रुआबांधा द्वारा उपार्जन केन्द्र प्राथमिक सेवा सहकारी समिति, चंदखुरी का निरीक्षण किया गया।
समिति प्रबंधक किरण साहू के द्वारा उपार्जन के संबंध में विस्तृत जानकारी अधिकारियों को दी गई। अधिकारियों द्वारा उपस्थित कृषकों से उपार्जन के संबंध में जानकारी लिया गया। उक्त निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी नवीन खोब्रागडे, मुख्यालय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अर्चनारानी चखियार, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उपेन्द्र देवांगन, किरण साहू (समिति प्रबंधक) हेमंत साहू आपरेटर एवं छबीलाल निर्मलकर (स्टाफ) की उपस्थित रहे। जिले के सभी किसान भाइयों से अपील की जाती है कि संबंधित सेवा सहकारी समिति केन्द्रों में जा कर एकीकृत किसान पोर्टल में जल्द से जल्द पंजीयन कराकर अरहर, चना, मसूर, सरसों इत्यादि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विक्रय का लाभ लेवें।