2025 में बढ़ेंगी परिवहन सुविधाएं, रेलवे और ई-बस सेवाओं में बड़ा सुधार

रायपुर/भिलाई। साल 2025 छत्तीसगढ़ के लिए परिवहन सुविधाओं में सुधार का साल साबित होने जा रहा है। राज्य में रेलवे और शहरी परिवहन क्षेत्र में कई नई योजनाओं पर काम शुरू हो गया है। जहां भिलाई में चौथी रेल लाइन बिछाई जा रही है, वहीं रायपुर और दुर्ग के बीच ई-बस सेवा शुरू होने जा रही है।



भिलाई में चौथी रेल लाइन का काम शुरू
रेलवे से मंजूरी मिलने के बाद भिलाई और दुर्ग के बीच 11.6 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन बिछाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। वन विभाग ने इस परियोजना के लिए 1500 पेड़ों की पहचान की है, जिनमें से कुछ को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा और बाकी की कटाई की जाएगी।



चौथी रेल लाइन बिछने से गुड्स ट्रेनों (मालगाड़ियों) की वजह से होने वाली देरी को कम किया जा सकेगा। वर्तमान में रायपुर से कुम्हारी, भिलाई-3 और आउटर पर पैसेंजर ट्रेनें 15-30 मिनट तक रुकती हैं, जिससे यात्रियों को असुविधा होती है। इस नई लाइन के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी और यात्रियों का सफर सुगम हो जाएगा।

ई-बस सेवा से शहरी परिवहन में सुधार
नए साल में रायपुर और दुर्ग के बीच ई-बस सेवा शुरू होने जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से इस परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
ई-बस सेवा के फायदे:
किफायती और भरोसेमंद परिवहन सुविधा।
प्रदूषण में कमी, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा।
निजी बसों और उनके बढ़ते किरायों से राहत।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी की उम्मीद।
इस सेवा से दुर्ग-भिलाई के करीब 20 लाख लोगों को लाभ होगा।
मेट्रो का विकल्प
भारत सरकार की योजना शहरी क्षेत्रों में मेट्रो के विकल्प के तौर पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करना है। यह पहल नागरिकों को सस्ता, सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन मुहैया कराने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करेगी।
परिवहन में सुधार से बढ़ेगा कनेक्टिविटी का स्तर
रायपुर-दुर्ग के मध्य रेलवे और सड़क यातायात पर बढ़ते दबाव को देखते हुए चौथी रेल लाइन और ई-बस सेवा जैसे प्रोजेक्ट्स बेहद उपयोगी साबित होंगे।
छत्तीसगढ़ में यह बदलाव न केवल यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाएगा बल्कि प्रदूषण और समय की बर्बादी को भी कम करेगा। उम्मीद की जा रही है कि ये परियोजनाएं राज्य के परिवहन क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएंगी।