तापमान में गिरावट, सरगुजा संभाग में शीतलहर और घना कोहरा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) का असर कम होने के बाद ठंड ने फिर से अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।



मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले तीन दिनों में राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।



सरगुजा संभाग में शीतलहर और घना कोहरा
सरगुजा संभाग के जिलों में ठंड का असर ज्यादा दिखाई दे रहा है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही मंगलवार को राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सरगुजा में रात का तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

पेंड्रा से अमरकंटक के बीच करीब 40 किलोमीटर के दायरे में घना कोहरा छाया हुआ है।
बंजारी घाट, करंगरा घाट, और ज्वालेश्वर घाट जैसे इलाकों में कोहरे के कारण विजिबिलिटी (दृश्यता) बेहद कम हो गई है। सुबह के समय राहगीरों को वाहनों की लाइट ऑन कर सफर करना पड़ा।
मौसम की स्थिति और पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी धीरे-धीरे खत्म हो रही है।
मौसम को पूरी तरह साफ होने में 4-5 दिन का समय लगेगा। इसके बाद तापमान में और गिरावट हो सकती है।
सरगुजा, पेंड्रा, और आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर चलने की संभावना है।
सुबह और देर रात घना कोहरा रहने के कारण यातायात प्रभावित हो सकता है।
सावधानियां और सुझाव
घने कोहरे के कारण सड़क यातायात में सावधानी बरतें और लो बीम हेडलाइट का उपयोग करें।
ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का उपयोग करें, विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखें।
विजिबिलिटी कम होने पर अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
छत्तीसगढ़ में ठंड का यह सिलसिला फिलहाल जारी रहेगा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है।