दुर्ग नगर निगम में नये सभापति का चुनाव आज , भाजपा का चुने जाना तय

दुर्ग | दुर्ग नगर निगम में नये सभापति का चुनाव होगा। नगर निगम के 60 वार्डों में से भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के 40 पार्षद जीतकर बहुमत की स्थिति में हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा का सभापति चुना जाना लगभग तय है। कांग्रेस ने सभापति पद के लिए भास्कर कुण्डले के नाम की घोषणा की है, जबकि भाजपा चुनाव से पहले अपने प्रत्याशी का नाम घोषित करेगी।



भा.ज.पा. के संभावित उम्मीदवार:
भारतीय जनता पार्टी में सभापति पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें नीलेश अग्रवाल, नरेंद्र बंजारे, काशीराम कोसरे, देवनारायण चंद्राकर, शेखर चंद्राकर और गुलाब वर्मा शामिल हैं। हालांकि, कुर्मी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले देवनारायण चंद्राकर, शेखर चंद्राकर और गुलाब वर्मा की दावेदारी कमजोर मानी जा रही है, क्योंकि सांसद और महापौर दोनों ही कुर्मी समाज से हैं, और महापौर का पद महिला के लिए आरक्षित होने से महिला उम्मीदवार की दावेदारी भी समाप्त हो गई है।




चुनाव कार्यक्रम:
सभापति चुनाव के लिए नामांकन कल दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच दाखिल किए जाएंगे, इसके बाद 12:30 से 1 बजे के बीच नामांकन की जांच होगी। 1 से 1:30 बजे तक नाम वापस लेने का समय निर्धारित है। यदि आवश्यक हुआ तो दोपहर 2 से 2:30 बजे तक मतदान होगा, और मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। निगम ने इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली हैं।
नीलेश अग्रवाल: सामान्य वर्ग से दावेदारी मजबूत
गंभीर रूप से देखा जा रहा है कि सामान्य वर्ग से सभापति बनाने की स्थिति में भाजपा के ठेठवार पारा वार्ड 6 के पार्षद नीलेश अग्रवाल की दावेदारी सबसे मजबूत है। नीलेश अग्रवाल ने पिछले चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेश यादव को हराया था, और उनका संगठन में लंबे समय से सक्रिय रहने के कारण उनका नाम आगे आ रहा है। वे शहर युवा मोर्चा के अध्यक्ष और चंडी शीतला मंडल के अध्यक्ष रह चुके हैं, तथा वर्तमान में जिला भाजपा में सह कोषाध्यक्ष हैं। उनके साथ महापौर अल्का बाघमार की भी निकटता बताई जा रही है, जो उन्हें सभापति के रूप में पहली पसंद मान सकती हैं।
नरेन्द्र बंजारे: अनुभवी दावेदार
मठपारा वार्ड 3 के पार्षद नरेन्द्र बंजारे भी सभापति पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वे पार्टी के अनुभवी सदस्य हैं और निगम के कार्यों का व्यापक अनुभव रखते हैं। बंजारे ढीमर समाज से हैं, और भाजपा में इस समाज का अब तक बड़ा प्रतिनिधित्व नहीं रहा है, जिससे उनकी दावेदारी को अहम माना जा रहा है।
काशीराम कोसरे: अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से दावेदारी
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से भी काशीराम कोसरे की दावेदारी काफी मजबूत है। वे पांच बार के पार्षद हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। उन्होंने पिछले चुनाव में 1117 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। उन्हें पटरीपार क्षेत्र से प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद है, क्योंकि इस क्षेत्र में भाजपा का दबदबा है। हालांकि, जिला पंचायत अध्यक्ष और रिसाली महापौर का पद अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए आरक्षित है, लेकिन दुर्ग नगर निगम में अब तक इस वर्ग को प्रतिनिधित्व का अवसर नहीं मिला है।
क्रास वोटिंग पर नजर:
भा.ज.पा. के नेतृत्व में संभावित सभापति उम्मीदवार का चयन सांसद विजय बघेल, विधायक गजेन्द्र यादव, और जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक की सहमति से होगा। जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के चुनाव में हुई क्रास वोटिंग को लेकर पार्टी सतर्क है और इस बार ऐसे किसी भी प्रयास को रोकने के लिए संगठन के सभी बड़े नेता चुनाव के दौरान उपस्थित रहेंगे।
महापौर का चुनाव बाद में:
सभापति के चुनाव के बाद, माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर महापौर अल्का बाघमार अपनी एम.आई.सी. टीम का चयन कर सकती हैं।
दुर्ग नगर निगम का सभापति चुनाव कल होने वाला है, और भाजपा द्वारा सभापति का चयन अपनी बहुमत स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। अब देखना होगा कि अंततः भाजपा किसे अपना सभापति चुनती है, क्योंकि विभिन्न वर्गों और समुदायों के दावेदारों के बीच सटीक सामंजस्य बनाना पार्टी के लिए महत्वपूर्ण होगा।