भिलाई महापौर नीरज पॉल ने 1 अरब 82 करोड रूपये के लाभ का किया बजट पेश 6 अरब 19 करोड़ 55 लाख से होगा भिलाई शहर का विकास

भिलाई। नगर निगम भिलाई का बजट आज सामान्य सभा की बैठक में महापौर नीरज
पाल ने अपना चौथा बजट पेश किया। इसमें 6 अरब 19 करोड़ 55 लाख 47 हजार
रुपए खर्च करने आने वाले वित्तीय वर्ष के दौरान शहर में जनहित और विकास
के कार्यों की नई गाथा लिखी जाएगी। महापौर ने सालाना बजट में आने वाले
वर्ष के दौरान निगम को 5 अरब 73 करोड़ 81 लाख 12 हजार रुपए आय होने का
अनुमान लगाया है। प्रारंभिक शीलक 2 अरब 27 करोड़ 97 लाख 33 हजार रुपए
होने से आने वाले वर्ष के अंतिम में निगम को 1 अरब 82 करोड़ 22 लाख 98
हजार रुपए बचत होने का अनुमान दर्शाया गया है। बजट को सभी ने सर्वसम्मति
से इस बात पर पास कर दिया गया कि बजट पुस्तिका आज मिली है, इसलिए इसे
समझने व चर्चा करने के लिए शुक्रवार 28 मार्च को फिर सामान्य सभा बुलाया
जायेगा और पार्षदों के सुझाव पर आवश्यक व जरूरी अन्य प्रस्ताव बजट में
शामिल किया जायेगा और उसके बाद बजट राज्य शासन को भेजा जायेगा।



नगर निगम का बजट पेश करने सभागार में आज 11 बजे सभापति गिरवर बंटी साहू
के आदेश पर सामान्य सभा की बैठक शुरू हुई। महापौर नीरज पाल बजट अभिभाषण
शुरू करते उससे पहले ही उपनेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने सदन में जिम्मेदार
अधिकारियों की मौजूदगी नहीं होने पर आपत्ति जताई। सभापति के निर्देश पर
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने तत्काल अधिकारियों को सदन में उपस्थित
होने को कहा। महापौर नीरज पाल ने आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए प्रस्तुत
बजट में भिलाई शहर की मूलभूत जरूरतों से जुड़े कार्यों के साथ ही विकास
की बड़ी योजनाओं को साकार करने का प्रावधान रखा है।



बजट में आने वाले एक साल के दौरान 6 अरब 19 करोड़ 55 लाख 47 हजार रुपए विभिन्न मदों में व्यय करने का खाका तैयार किया गया है। वहीं विभिन्न मदों से 5 अरब 73 करोड़ 81 लाख 12 हजार रुपए आय का अनुमान लगाया गया है। आय शीर्ष व्यय से कम होने के बावजूद प्रारंभिक शीलक 2 अरब 27 करोड़ 97 लाख 33 हजार रुपए रहने से इस बजट में निगम को 1 अरब 82 करोड़ 22 लाख 98 हजार रुपए बचत होगी।

बजट में वाहन शाखा विभाग के लिए वर्ष 2025-26 में 16 करोड़ 35 लाख रुपए,
मार्ग प्रकाश व्यवस्था के लिए 16 करोड़ 65 लाख रुपये, लोक स्वास्थ्य एवं
सुविधाएं अंतर्गत 53 करोड़ 90 लाख रुपए, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 65
करोड़ 45 लाख रुपए, पर्यावरण संरक्षण के लिए 50 लाख रुपए, उद्यानों के
संरक्षण और सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ 79 लाख रुपए व्यय करने का
प्रावधान रखा गया है। इसी कड़ी में लोक कर्म विभाग के अंतर्गत भवन
निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 20 लाख रुपए, दूषित जल निकासी के लिए 90
लाख रुपए, सड़क निर्माण एवं संधारण के लिए 1 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि
प्रावधानित किया गया है।
इसके अलावा अन्य एवं विविध व्यय मद में खर्च
करने के लिए 2 अरब 48 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपए का प्रावधान रखा गया है।
इस मद में प्रावधानित राशि को प्रशिक्षण, योजना मद की पंजीयन राशि वापसी,
कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि, खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, गरीबी
उपशमन, प्रवेश द्वार निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक आपदा,
सियान सदन निर्माण, आडिटोरियम निर्माण, तीज त्यौहार में पंडाल व अन्य
व्यवस्थाए मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था, गेस्ट
हाउस निर्माण, नारी जागृति सम्मान, शिक्षक सम्मान, युवा कल्याण जैसे अनेक
कार्यों में खर्च किया जाएगा।
बजट की खास बातें:
बजट में वाहन शाखा विभाग के लिए वर्ष 2025-26 में 16 करोड़ 35 लाख रुपए,
मार्ग प्रकाश व्यवस्था के लिए 16 करोड़ 65 लाख रुपए, लोक स्वास्थ्य एवं
सुविधाएं अंतर्गत 53 करोड़ 90 लाख रुपए, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 65
करोड़ 45 लाख रुपए, पर्यावरण संरक्षण के लिए 50 लाख रुपए, उद्यानों के
संरक्षण और सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ 79 लाख रुपए व्यय करने का
प्रावधान रखा गया है। इसी कड़ी में लोक कर्म विभाग के अंतर्गत भवन
निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 20 लाख रुपए, दूषित जल निकासी के लिए 90
लाख रुपए, सड़क निर्माण एवं संधारण के लिए 1 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि
प्रावधानित किया गया है।
इसके अलावा अन्य एवं विविध व्यय मद में खर्च
करने के लिए 2 अरब 48 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपए का प्रावधान रखा गया है।
इस मद में प्रावधानित राशि को प्रशिक्षण, योजना मद की पंजीयन राशि वापसी,
कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि, खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, गरीबी
उपशमन, प्रवेश द्वार निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक आपदा,
सियान सदन निर्माण, आडिटोरियम निर्माण, तीज त्यौहार में पंडाल व अन्य
व्यवस्था, मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था, गेस्ट
हाउस निर्माण, नारी जागृति सम्मान, शिक्षक सम्मान, युवा कल्याण जैसे अनेक
कार्यों में खर्च किया जाएगा।
आयुक्त के खिलाफ पार्षदों का दिखा जमकर आक्रोश, कहा नही चाहिए हमें ऐसा आयुक्त:-
अधिकारियों का कारनामा, छ: लाख में होता है सिवरेज टंकी के ढक्कन का
संधारण-पार्षद तिवारी
नाराज होकर बीच में सदन छोड़कर चले गये पार्षद तिवारी, कहा आयुक्त झुकाना
चाहते है पर मैं नही झुकने दूंगा भिलाई की जनता को
पार्षद तिवारी ने कहा कि निगम के जोन 1 के अधिकारी ऐसे है कि अधोसंरचना
मद के पैसे से सिवरेज टंकी के ढक्कन का संधारण 6 लाख रूयये में कराते है,
कोई बताये कि इस ढक्कन का संधारण होता है क्या? पर पार्षद दया सिंह ने
कहा कि भिलाई का विकास हो या ना हो, नगर निगम के अधिकारियों का जमकर
विकास हो रहा है।
पार्षद हरिओम तिवारी निगम आयुक्त पाण्डेय के रवैये से बेहद क्षुब्ध दिखे
इसके अलावा जुनवानी के पार्षद योगेश साहू के निधन हो जाने और पिछली
सामान्य सभा में भी उनको सदन द्वारा श्रद्धांजलि नही देने पर बेहद नाराज
हुए और कहा कि पहले उनको श्रद्धांजलि दे नही देने पर वे अकेले दिवंगत
पार्षद को श्रद्धांजलि देने खडे हो गये उसके बाद अध्यक्ष ने श्रद्धांजलि
देने के लिए खडे होने कहा फिर सभी ने मृतात्मा को श्रद्धांजलि दी और उसके
बाद पार्षद हरिओम तिवारी आपको अपनी सभा मुबारक हो कहते हुए चले गये।
उपनेता प्रतिपक्ष दया ने आयुक्त को दी सलाह:-
दया सिंह ने आयुक्त से कहा कि आयुक्त जी आपने कहा कि आप को मात्र 3 से 4
महिने ही यहां हुए है आये तो आप सुन लीजिए आपने पिछले कई सालों का यहां
रिकार्ड तोड़ दिया है, इससे पहले कभी कोई ऐसा आयुक्त नही आया है,जो
जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करता हो, या समस्या ना सुने और हल ना करे। या
किसी आयुक्त का सदन में इतना विरोध नही हुआ जो हटाने की बात सदस्यगण किये
हो।
आयुक्त जी ये भिलाई है, यहां की फिजा अलग है, आपको समझना होगा, सभी
जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना होगा। ये जनप्रतिनिधि है, जनता ने इनको
चुनकर भेजा है, इनका आपको सम्मान करना होगा।
पियुष मिश्रा ने निगम में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी के कारण
अवरूद्ध हो रहे विकास कार्य का उठाया मुद्दा:-
निगम के वरिष्ठ पार्षद पियुष मिश्रा ने कहा किपहले बजट पुस्तिका मिलता
था, अभी मिलने पर कैसे चर्चा करेंगे।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि लगातार नगर निगम का विकास कार्य बाधित हो रहा
है विकास कार्य हो नही रहा है, क्योंकि लगातार यहां अधिकारी व कर्मचारी
बडी संख्या में रिटायर्ड हो रहे है, और भर्ती नही हो रही है, इसके लिए
प्रस्ताव बनना चाहिए और जब तक शासन हमको ये अधिकारी व कर्मचारी नही मिलते
तब तक आयुक्त प्लेसमेंट में अधिकारी व कर्मचारी रखे। इस पर महापौर ने
जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए शासन से कई बार मांग की जा चुकी है, आज
इसके लिए इस सभा में प्रस्ताव लाकर इसको राज्य शासन को फिर भेजते है,
ताकि जल्द हमें अधिकारी व कर्मचारी मिल सके। जिसका पार्षद राजेश चौधरी ने
समर्थन किया।
पार्षद सलमान का छलका दर्द:
पार्षद इंजीनियर सलमान ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वार्ड 35 में कोई
पार्षद नही रहने पर वहां के विकास की जिम्मेदारी आयुक्त की होती है तो
आखिर वार्ड 35 में विकास कार्य क्यों नही किया गया और बजट में इस वार्ड
के मूलभूत कार्य के लिए प्रस्ताव क्यों नही जोड़ा गया।
महेश वर्मा ने की मांग दिवंगत पार्षद साहू की उनके वार्ड में लगाई जाये मूर्ति
सीनियर पार्षद महेश साहू ने सामान्य सभा में ये मांग उठाया कि वार्ड 1
जुनवानी के पार्षद योगेश साहू जो पार्षद रहते दिवंगत हो गये है, उनको
निगम द्वार सम्मान दिया जाना चाहिए और जुनवानी चौक का नाम पार्षद योगेश
साहू के नाम पर रखा जाये और उनकी वहां मूर्ति लगाई जाये।
विपक्ष पहली बार दिखा सत्त पक्ष के सर्पोटिंव मोड में:-
विपक्ष दिखा पक्ष के पूरा सर्पोटिव में, भिलाई निगम के इतिहास में आज
पहली बार विपक्ष भाजपा के पार्षद सत्ता पक्ष पर किसी प्रकार का आरोप नही
लगाया और पूरा सत्ता पक्ष का सर्पोटिव मोड में दिखा और विपक्ष के लोग भी
बार बार ये कहते रहे कि आरोप प्रत्यारोप के बजाय बजट पर चर्चा हो। इस
दौरान पार्षद पियुष मिश्रा ने कहा कि हमे यहां भाजपा कांग्रेस करने और
आरोप प्रत्यारोप छोडकर विकास कार्य की बात करनी चाहिए और बजट पर चर्चा
करनी चाहिए। नगर विकास कार्यों के लिए हम सभी प्रकार का सहयोग करने के
लिए तैयार है।
दलगत राजनीति से उपर उठकर मैने महापौर निधि की राशि सभी वार्ड में
दिया एक समान-नीरज पाल
दया सिंह ने कहा अधिकारी जायेंगे जेल:-
खुर्सीपार के पार्षद व निगम के उपनेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने कहा कि जो
अधिकारी भ्रष्टाचार करेगा वो जेल जायेगा क्योंकि प्रदेश में सुशासन की
सरकार है। सभापति महोदय जो राज्य सरकार से जिस मद में पैसा आये उसी मद
में खर्च होना चाहिए, यदि दूसरे मद में दूसरे मद की राशि खर्च हुई तो
अधिकारियों पर कार्यवाही होगी और अधिकारी जेल जायेंगे।