खुशियों की दीपावली सप्ताह: जरूरतमंदों के लिए एक खास पहल

दुर्ग | हर अनाथ, गरीब, बेसहारों एवं जरूरतमंदों के मुख पर लाए खुशियों की लाली, आओ बनाएं इस साल हम सब मिलकर इनके साथ खुशियों की दीपावली..



दिवाली को खुशियों का त्योहार कहा जाता है। फिर दीपावली जैसे त्योहारों पर हम अपने करीबी और प्यारे लोगों को कुछ नए कपड़े उपहार में देते थे। खासकर हमारे बच्चे के लिए और यह एक परंपरा है। लेकिन ऐसे कई बच्चे हैं, जो अनाथ है और एकल माता-पिता हैं। जो उन्हें नए कपड़े नहीं दे सकते क्योंकि वे दूसरों के घरों में थोड़े से वेतन के साथ काम करते है, आश्रम या फुटपात में रहते है। ऐसे गरीब बच्चों बुजुर्गों एवं महिलाओं को जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग आप सभी के सहयोग से दीपावली के दौरान नए कपड़े, फटाखे, मिष्ठान नमकीन एवं अन्य जरूरत की सामग्री का वितरण करेगी..



खुशियों की दीवाली सप्ताह
दिनांक:- 27 अक्टूबर को संध्या 7 बजे मंदबुद्धि स्नेह स्कूल, दुर्ग, एवं बाल आश्रम में
दिनाँक 28 अक्टूबर को संध्या 6 बजे – अनाथ महिला हॉस्पिटल, दुर्ग में
दिनाँक 29 अक्टूबर:- प्रातः 10 बजे वृद्धाआश्रम, दुर्ग में
संध्या 6 बजे भिलाई के वृद्धाआश्रम एवं अनाथालय में
दिनाँक 30 अक्टूबर दुर्ग रेलवे स्टेशन एवं शहर की निचली बस्ती में
दिनाँक 31 अक्टूबर पटेल चौक, पुराना बस स्टैंड, मालवीय नगर चौक, नेहरूनगर चौक, पावर हाउस चौक एवं दुर्ग रेलवे स्टेशन एवं अन्य स्थानों के फुटपात में
सभी स्थानों में सँस्था द्वारा आप सभी के सहयोग से बुजुर्ग पुरुष को नया कुर्ता पैजामा, महिला को साड़ी, सूट, गाउन, एवं बच्चों को नया कपड़ा के साथ साथ सभी को खुशियों की दीवाली बनाने हेतु रंग बिरंगे फटाखे, मिष्ठान, नमकीन, बिस्किट, साबुन, निरमा एवं अन्य जरूरत की सामग्री वितरण किया जावेगा..
भरियों दूसरों की जिंदगी में खुशियों के रंग,
जुड़िये इस करुणा में हमारे संग..