मुनि कल्पज्ञ सागर मसा के देवलोक गमन पर अरुण वोरा ने दी श्रद्धांजलि, डोल यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

दुर्ग | खरतरगच्छाचार्य श्री जिन मनोज्ञसुरीश्वरजी मसा के शिष्य रत्न, तपस्वी रत्न और दुर्ग संघ गौरव पूज्य कल्पज्ञ सागर जी मसा का 4 फरवरी की संध्या 7:10 बजे दुर्ग,



छत्तीसगढ़ में देवलोक गमन हो गया। उनके निधन से जैन समाज सहित पूरे शहर में शोक की लहर है।



आज सुबह 10:00 बजे पुराना शीतलनाथ मंदिर, एमआईजी 81 पद्मनाभपुर से हरनाबांधा तक उनकी डोल यात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं का विशाल जनसैलाब उमड़ा।

समाजजनों के साथ-साथ शहर के गणमान्य नागरिक और राजनेता भी पूज्य मसा को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व विधायक पूर्व मंत्री अरुण वोरा, कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी प्रेमलता साहू, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल ,
और वार्ड 45 से कांग्रेस प्रत्याशी राजेश शर्मा,वार्ड 46 से कांग्रेस प्रत्याशी नीलरतन सोनी भी मौजूद रहे।
उन्होंने पूज्य मसा के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए और समाज के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
खरतरगच्छ संघ और दुर्ग मूर्तिपूजक संघ के लिए यह अपूरणीय क्षति है। पूज्य मसा, दुर्ग मूर्तिपूजक संघ के सक्रिय सदस्य वीर पुत्र सीए मिनेश छाजेड़ के सांसारिक पिताश्री थे।
आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर ट्रस्ट, दुर्ग के पदाधिकारियों ने सकल मूर्तिपूजक संघ से 5 फरवरी को अपना व्यवसाय बंद रखने की अपील की, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु अंतिम यात्रा में सम्मिलित हो सकें।
पूज्य कल्पज्ञ सागर जी मसा का जीवन तप, साधना और समाज सेवा का अनुपम उदाहरण था। उनकी शिक्षाएं और योगदान समाज के लिए सदैव मार्गदर्शक बने रहेंगे।