ब्रेकिंग
उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के कार्य सराहनीय – अरुण साव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं के साथ किया आत्मीय संवाद श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव स... दुर्ग में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवक की मौत, एक की लाश नदी में मिली, दूसरा तालाब में डूबा न्यायमूर्ति अभय मनोहर स्प्रे, अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट ऑन रोड सेफ्टी के द्वारा आज दिनांक को दुर्ग जिले ... सुशासन तिहार के प्रथम चरण में 109452 आवेदन प्राप्त हुए - मांग के 106421 आवेदन एवं शिकायत के 3031 आव... शिवनाथ नदी पुल के नीचे मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, पुलिस जांच में जुटी गया नगर में युवक ने लगाई फांसी, कारणों की जांच में जुटी पुलिस तेज रफ्तार एसयूवी की टक्कर से आठ लोग घायल, पुलिस ने आरोपी चालक को पकड़ा नागपुर रेलवे स्टेशन पर सीजी सुपरफास्ट न्यूज चैनल के सम्पादक सुरेश गुप्ता की खास बातचीत: कारीगिरी और ...
रायपुर

: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के मायाली स्थित मधेश्वर महादेव धाम में आयोजित 7 दिवसीय शिव महापुराण कथा में लिया भाग

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के मायाली स्थित मधेश्वर महादेव धाम में आयोजित 7 दिवसीय शिव महापुराण कथा में श्रद्धा भाव से उपस्थित हुए और विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के परिवारों के साथ बैठकर कथा का श्रवण किया। इस पावन अवसर पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री साय ने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का पुष्पमाला पहनाकर एवं मधेश्वर महादेव का छायाचित्र भेंटकर अभिनंदन किया। उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय के साथ उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, पवन साय, कृष्ण कुमार राय, भरत सिंह सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी — कमिश्नर श्री नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री साय ने दी महत्वपूर्ण जानकारी:

मुख्यमंत्री साय ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह हम सबके लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है कि भगवान शिव की दिव्य कथा कहने के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं मधेश्वर महादेव की धरती पर पधारे हैं। यहां पिछले पाँच दिनों से चल रही शिव भक्ति की धारा से समूचा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया है। इस कथा से श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति हो रही है।”

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना का पुनः शुभारंभ 27 मार्च से किया जाएगा, जिसके तहत इच्छुक श्रद्धालुओं को विभिन्न तीर्थ स्थलों के दर्शन हेतु भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने यह भी बताया कि अयोध्या धाम रामलला दर्शन योजना के तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं।

शिव महापुराण कथा का प्रभाव:

शिव महापुराण कथा से विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के ग्रामीण भी लाभान्वित हुए। ग्राम पंडरसिली (मनोरा), बेहेराखार और भितघारा (बगीचा) से आए श्रद्धालुओं ने कथा स्थल पहुंचकर अपनी भक्ति व्यक्त की। पहाड़ी कोरवा जनजाति के संतोष राम, बजरु राम, शंकर राम, दुर्गा राम और बिरहोर जनजाति के गेंदु राम, गुरुबारु राम, लाखा राम ने कहा, “शिव कथा ने हमारे अंतर्मन को छू लिया है। प्रदीप मिश्रा जी के प्रवचन केवल भक्ति नहीं सिखाते, बल्कि वे जीवन को नई दिशा भी देते हैं।”

मधेश्वर महादेव धाम: आध्यात्मिक आस्था का केंद्र

मुख्यमंत्री साय ने मधेश्वर महादेव धाम को विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में गौरव का प्रतीक बताया और कहा, “यह स्थल पूरे प्रदेश की धार्मिक आस्था का केंद्र है।” उन्होंने आह्वान किया कि इस पावन अवसर का अधिक से अधिक लोग लाभ लें और कथा के शेष दो दिनों में भी उपस्थित होकर शिव भक्ति से स्वयं को अनुप्राणित करें।

यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसके माध्यम से मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को आध्यात्मिक जागरूकता की दिशा में प्रेरित भी किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button