जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले पर केंद्र सरकार सतर्क, पीएम मोदी की अध्यक्षता में CCS की अहम बैठक जारी

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार में हलचल तेज हो गई है। हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पर सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (CCS) की महत्वपूर्ण बैठक जारी है।



इस अहम बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, कैबिनेट सचिव, और रक्षा सचिव सहित कई उच्च अधिकारी भाग ले रहे हैं।




बैठक में पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में देश की सुरक्षा स्थिति, विशेषकर जम्मू-कश्मीर की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना, थल सेना और नौसेना के प्रमुखों के साथ एक अलग बैठक की थी, जो करीब ढाई घंटे चली। तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने रक्षा मंत्री को अपनी तैयारियों और संभावित रणनीतियों की जानकारी दी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “यह एक कायरतापूर्ण हमला है। निर्दोष नागरिकों की जान गई है, जो बेहद दुखद है। सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
इस आतंकी घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी पहल की है। उन्होंने 24 अप्रैल को दोपहर 3 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और सांसदों को आमंत्रित किया गया है। अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस बैठक की जानकारी दी।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की निंदा हो रही है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की और इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करते हुए जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दोहराया कि संकट की इस घड़ी में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
गौरतलब है कि CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं। यह समिति आंतरिक और बाहरी सुरक्षा, सीमा सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और सामरिक मामलों पर फैसले लेती है।
स्थिति बेहद गंभीर है और पूरे देश की नजर इस समय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में चल रही इस महत्वपूर्ण बैठक पर टिकी हुई है।