एक राष्ट्र-एक चुनाव,एक पहल, नेक पहल निगम के विशेष सामान्य सभा मे बहुमत से पारित

दुर्ग | नगर पालिक निगम।आज विशेष सामान्य सभा सभापति श्याम शर्मा के अध्यक्षता में एक राष्ट्र एक चुनाव की अवधारणा के समर्थन में प्रस्ताव पर विचार व निर्णय को लेकर निगम की सम्मिलन आज मंगलवार को आयोजित किया गया।एक राष्ट्र, एक चुनाव’ एक नए अध्याय की शुरुआत है सामान्य सभा मे बहुमत से पारित किया गया।



इस अवसर पर महापौर अलका बाघमार द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर बताई खूबियां।उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव’ एक नए अध्याय की शुरुआत है।लोकतंत्र और उसकी प्रक्रिया पर आम जन का विश्वास बना रहे, इसके लिए जरूरी है कि चुनाव प्रणाली दुरुस्त हो। सरकार की पहल उसी विश्वास बहाली की दिशा में बढ़ता एक कदम है|




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उनके तीसरे कार्यकाल में देश बड़े फैसलों का एक नया अध्याय लिखेगा। पिछले छह महीनों में सरकार ने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिनके दीर्घकालिक परिणाम होंगे, लेकिन 19 दिसंबर को संसद में प्रस्तुत ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक से निश्चय ही इस नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है। यह सही है कि लोकतंत्र एक महान शासन प्रणाली है, लेकिन यह भी सत्य है कि यह एक अत्यधिक महंगी प्रणाली है। यह सुचारू रूप से चलती रहे, इसके लिए प्रत्येक स्तर पर अनुशासन की मांग करती है।
अनुशासन न रहने पर यह और भी महंगी और कभी-कभी उच्छृंखल भी हो जाती है, जिसका खामियाजा हरेक नागरिक को भुगतना पड़ता है। फिर एक समय ऐसा भी आता है, जब लोकतंत्र पर से लोगों का भरोसा ही उठने लगता है। इसलिए समय-समय पर इसके शोधन की जरूरत पड़ती है, ताकि उसमें आ गई विकृतियां दूर हो सकें। आजादी के इस अमृत काल में हमें देखना है कि हम कैसे अपने लोकतंत्र को बचाए रख सकते हैं।
महापौर अलका बाघमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाव में शहीद हुए मेरे हिंदुस्तानीयों की शहादत पर दिल से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करती हूँ। केन्द्रीय नेतृत्व का इस घटना पर जवाब भविष्य में आपके समक्ष होगा।उन्होंने कहा कि आज हम सशक्त भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकसित भारत के रूप में तीसरे कार्यकाल में प्रवेश कर चुके है।
हिंदुस्तान की जनता जाग चुकी है। आज की जनता स्वहित को छोड़कर राष्ट्रहित को प्रमुखता से लेकर अब फैसला ले रही है। इसी का परिणाम है, कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र, राज्य एवं शहरी सरकार को राष्ट्रहित की सरकार मानकर हमे अपना प्रतिनिधि मान रही है।धीरे-धीरे सभी राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पार्टियों की हकीकत सामने आ रही है। आज देशभक्ति का जज्बा हर भारतीयों के दिल में है।
महापौर ने कहा कि इसलिए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति एवं रणनीति की प्रशंसा सर्वत्र हो रही है। स्वतंत्रता के बाद और शायद उससे पहले भी, एकमात्र पार्टी की हकीकत और उसकी राजनीति जिसके चलते अखंड भारत आज तक कई खंडो में विभाजित हो गया है और आज भी उनके कुछ जयचंदो के द्वारा विपक्ष की भूमिका निभाते हुए हिंदुस्तान की अखंडता को तार तार करने में लगे हुए है, उनका भी अंतिम समय आ चुका है। देश की जनता जाग चुकी है, आज विश्व के आका भी हिंदुस्तान को कम नही आंकते।
नब्बे के दशक तक हमारे देश की जनसंख्या हमारी कमजोरी थी, परंतु आज 21 वी सदी के नये युग में हिंदुस्तान की जनसंख्या ही हमारा अभिमान है। मै इसलिए गर्व के साथ कह रही हूँ, कि आज अमेरिका 175 देशों में टैरिफ को बढ़ाकर विश्व आका होने का संदेश दे रहा है, जिसमें चीन जैसा देश भी शामिल है, परंतु वही अमेरिका हिंदुस्तान के लिए आज भी उदार दृष्टिकोण अपना रहा है। ये नरेंद्र मोदी जी की दूरदर्शिता एवं नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम है।
वर्ष 2013 से आज पर्यन्त तक नया भारत, विकसित भारत, संबल भारत, सशक्त भारत, निर्भिक भारत के रूप में विश्व में हमारी पहचान है, ये सब नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व ने ही संभव किया है। 500 वर्षो का भारत और 15 वर्ष का भारत, ये जमीन और आसमान की दूरी मापने के बराबर है, इसलिए राष्ट्रीयता का बीज जो आज सभी हिंदुस्तानी के जहन में पनपा है उसे जीवित रखने की आवश्यकता है, यही मेंरी आप सब से प्रार्थना है।
हम संक्रमण काल के दौर से गुजर रहे हैं, पार्टीगत मतांतरण और मतभेद हो सकता है परंतु राष्ट्रीयता की बात हो तो हम सब एक होकर फैसला लेने की आवश्यकता है। विशेष सामान्य सभा के अवसर पर आयुक्त सुमित अग्रवाल,एमआईसी सदस्यगण,नेता प्रतिपक्ष एवं समस्त पार्षद गण के अलावा अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
महापौर अलका बाघमार ने कहा कि विकसित हिंदुस्तान के स्वप्नदृष्टा नवीन राष्ट्रनिर्माता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की राष्ट्रहित मे एक और परिकल्पना, ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के समर्थन में एक सिपाही के रूप में हम सब आज की सामान्य सभा में प्रस्ताव पारित करने हेतु यहां एकत्रित हुए है, जिसके संबंध में आपके समक्ष ये प्रस्ताव प्रस्तुत कर रही हूँ, जिसका उद्देश्य हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाना है|
जिसका मुख्य उद्देश्य लोकसभा एवं राज्य विधासभाओं के चुनाव एक साथ आयोजति करना है, ताकि समय, संसाधन और राजनीतिक खर्चों की बचत हो सके तथा देश के विकास कार्यों में निरंतरता बनी रहे, इस प्रस्ताव के निम्न लाभ है। प्रशासनिक एवं आर्थिक दक्षता बार बार चुनाव कराने में भारी प्रशासनिक खर्च एवं संसाधनों की बर्बादी होती है|
जिसके कमी होने से सुरक्षाबलों, शिक्षकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को चुनावी ड्यूटी से मुक्त किया जा सकेगा। विकास कार्यों में निरंतरता आदर्श आचार संहिता के कारण विकास परियोजनाएँ रूक जाती है, एक साथ चुनाव होने से यह बाधा रूक जायेगी।राजनीतिक स्थिरता एक राष्ट्र एक चुनाव से राजनीतिक अस्थिरता को कम करने में सहायक होगा, जिससे दीर्घकालीक दृष्टिकोण सुनिश्चित होगा।
महापौर ने कहा कि मतदाताओं की जागरूकता एवं भागीदारी :- एक राष्ट्र एक चुनाव से मतदाताओं में अधिक जागरूकता एवं उत्साह पैदा होगा जिससे मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा एवं लोकतंत्र सशक्त होगा चुनाव खर्च में कटौती ,एक राष्ट्र एक चुनाव से राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार में भारी धनराशि खर्च करने में कटौती होगा, जिससे धन का सदुपयोग होगा।संवैधानिक एवं व्यवहारिक समाधान संसद में प्रस्तुत विधेयक पारित कर कानूनी रूप दिया जा सकेगा। चुनाव आयोग को आवश्यक तकनीकी एवं प्रशासनिक संसाधन उपलब्ध कराकर चुनाव कार्य संपन्न किया जायेगा तथा सभी राजनीतिक दल आपसी सहमति बनाऐंगे।
उन्होंने अंत मे अनुरोध में कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव को अंगीकार करते हुए इस प्रस्ताव को समर्थन करें, जिससे चुनाव प्रणाली दुरस्त हो एवं लोकतंत्र में उसकी प्रक्रिया पर आम जन का विश्वास बना रहें। इस प्रस्ताव के पारित होने में एक सिपाही के रूप में मुझे पूरा विश्वास हैं, कि यह प्रस्ताव एक नए अध्याय की शुरूआत है एवं यह प्रस्ताव लोकतंत्र की एक महान शासन प्रणाली का हिस्सा बनेगा।
भले ही यह महंगी प्रणाली साबित होगी परंतु सभी चुनाव में प्रशासनिक खर्चों का आंकलन करने पर प्रशासनिक खर्च कमतर साबित होकर लोकतंत्र पर हिंदुस्तान के नागरिकों की विश्वास की बहाली की दिशा में बढ़ता हुआ कदम होगा। इसलिए आप सब से अनुरोध है, कि हमारी शहरी सरकार के इस सार्थक कदम में देश एवं लोकहित में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर इस पुनित कार्य के भागीदार बने, यही मेरी आपसे कामना है।