फोन पर छिपी सच्चाई: 28 पुरुष और 8 महिलाएं, पुलिस की आंखें रह गईं फटी!

मुंबई | महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में पुलिस ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें विदेशी नागरिकों को धोखे में फंसाकर डॉलर में उगाही की जा रही थी। क्राइम ब्रांच ने तीन कॉल सेंटरों पर छापा मारकर 28 पुरुषों और 8 महिलाओं समेत कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है।



पुलिस ने बताया कि ये गिरोह लोन देने और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री के नाम पर ठगी कर रहा था। ओशिवारा और आरे कॉलोनी में संचालित इन फर्जी कॉल सेंटरों से विदेशी नागरिकों से संपर्क करने के लिए वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VOIP) का इस्तेमाल किया जाता था। कॉल करने वाले खुद को विदेशी नागरिक बताते हुए एक फार्मा कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में पेश होते थे और बैंक खातों में डॉलर में भुगतान करने की मांग करते थे।



एक और कॉल सेंटर धन सुविधा फाइनेंस नाम की फर्जी कंपनी के जरिए लोन बांटने का काम कर रहा था, जहां व्यक्तिगत और कमर्शियल लोन की पेशकश के साथ प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसे लिए जाते थे।

पुलिस ने छापेमारी के दौरान 33 मोबाइल फोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिस्क, मॉनिटर, सीपीयू और राउटर जब्त किए हैं। हालांकि, धोखाधड़ी से हासिल की गई रकम का खुलासा नहीं किया गया है। क्राइम ब्रांच ने गिरोह के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने का आश्वासन दिया है।