राहुल गांधी के संघर्ष की हुई जीत,मोदी सरकार को जातिगत जनगणना के लिए करनी पड़ी घोषणा-आकाश कन्नौजिया
भिलाई। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव आकाश कन्नौजिया ने शनिवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देश में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खडग़े ने जो पिछले कई वर्षों से जाति जनगणना की मांग कर रहे थे, और इसके लिए संघर्ष कर रहे थे, उसपर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस मांग को स्वीकार कर विपक्ष की मांग पर मुहर लगा दी है। आखिरकार श्री राहुल गांधी के संघर्ष की जीत हुई।





जातिगत जनगणना के लिए केंद्र सरकार को राजी होना पड़ा। आज हर तरफ जश्न का माहौल है यह जीत देश के उस आबादी की जीत है जिनकी गिनती और जिनका अधिकार देने से यह सरकार अब तक पीछे हट रही थी। जाति गणना की मांग कांगे्रेस नेता राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किाअर्जुन खरगे व यूपीए के सभी नेता संसद में हर मंच से लगातार मांग कर रहे थे, राहुल गांधी ने इस मांग को जनआंदोलन का रूप दिया था, और सभी मंचों से इसकी मांग कर रहे थे|




केन्द्र की मोदी सरकार ने पहले इसका जमकर विरोध किया था, भाजपा नेता लगातार इसके विरोध में अपशब्द बोलते थे, लेकिन कांग्रेस द्वारा बनाये गये जनदबाव और संघर्ष का का ही परिणाम है कि आज इस मांग को केन्द्र सरकार द्वारा पूरा करते हुए इसके लिए घोषणा करना पड़ा, ये राहुल गांधी और यूपीए की बहुत बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि जब से हमारे नेता राहुल गांधी एवं राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खडग़े जाति जनगणना की मांग पूरे देश में और सांसद में लगातार मांग कर रहे थे|
तो भाजपा के कई बड़े नेताओं तक इसका जमकर विरोध कर रहे थे, और राहुल गांधी का इसके लिए बहुत अपमान किये। यहां तक कई भाजपा के मंत्रियों और बडे नेताओं ने इसको लेकर जिसके खुद की जाति का पता नही है, वे जाति गणना की बात कर रहे है। इसके अलावा और अन्य प्रकार के बहुत ही अशोभनीय व अत्यधिक असहनीय व भद्दी भद्दी टिप्पणी राहुल गांधी के साथ ही पूरे कांग्रेस तथा यूपीए के लिए कर रहे थे |
और राहुल गांधी का संसद से लेकर पूरे देश में जाति गणना का जमकर विरोध करते हुए राहुल गांधी का जमकर अपमान किये है, जिन जिन लोगों ने जाति गणना को लेकर राहुल गांधी व कांग्रेस अध्यक्ष खडगे का अपमान किये है उनको अब सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी से माफी मांगनी चाहिए। कल तक जो भाजपा नेता इसका जमकर विरोध कर रहे थे आज वही भाजपा के मंत्री व नेताओं द्वारा जातिगत जनगणना का लाभ सोशल मीडिया पर बता रहे है।
श्री कन्नौजे ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लिये गये इस निर्णण का हम स्वागत करते हुए यह मांग करते है कि जातिगत जनमगणना के लिए स्पष्ट और समयबद्ध कार्य योजना की घोषणा की जाये और तेलंगाना मॉडल को अपनाया जाये जहां समावेशी जातिगत जनगणना सफलतापूर्वक की गई है।
इसके साथ ही 50 प्रतिशत आरक्षण की मांग को समाप्त किया जाये जो पिछडें वर्गो, दलितों और आदिवासियों की प्रगति में बाधा बन चुकी है। इसक अलावा अनुच्छेद 15(5) के अंतर्गत निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण को तत्काल लागू किया जाये जिसे अब तक लागू नही किया गया है। इसके साथ निजी उद्योगों में नौकरी के लिए भी आरक्षण लागू किया जाये।
केन्द्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराये जाने की घोषणा करने पर इस सफलता का श्रेय हर कांग्रेस कार्यकर्ता, नागरिक, समाज और उन नागरिकों को जाता है जिन्होंने इस संघर्ष में योगदान दिया। यह संघर्ष यही समाप्त नही होता है, यह सामाजिक न्याय की दिशा में एक कदम है और कांग्रेस पूरी ताकत से इस संघर्ष को जारी रखेगी। आकाश कन्नौजिया ने आगे कहा कि जातिगत जनगणना के बाद उसके हिसाब से फिर आरक्षण नीति लागू किया जाये।
पत्रकारवार्ता में भिलाई युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विभोर दुरक्कर, लोकसभा प्रभारी सौरभ मिश्रा, दुर्ग ग्रामीण सुरेन्द्र बाघमारे, विनीश साहू, एनएसयूआइे के उपाध्यक्ष निक्कू चौबे, वैशाली नगर एनएसयूआई के दीपक पॉल, तौहिद अंसारी सहित एनएसयूआई और युवक कांग्रेस के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।