ब्रेकिंग
उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के कार्य सराहनीय – अरुण साव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं के साथ किया आत्मीय संवाद श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव स... दुर्ग में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवक की मौत, एक की लाश नदी में मिली, दूसरा तालाब में डूबा न्यायमूर्ति अभय मनोहर स्प्रे, अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट ऑन रोड सेफ्टी के द्वारा आज दिनांक को दुर्ग जिले ... सुशासन तिहार के प्रथम चरण में 109452 आवेदन प्राप्त हुए - मांग के 106421 आवेदन एवं शिकायत के 3031 आव... शिवनाथ नदी पुल के नीचे मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, पुलिस जांच में जुटी गया नगर में युवक ने लगाई फांसी, कारणों की जांच में जुटी पुलिस तेज रफ्तार एसयूवी की टक्कर से आठ लोग घायल, पुलिस ने आरोपी चालक को पकड़ा नागपुर रेलवे स्टेशन पर सीजी सुपरफास्ट न्यूज चैनल के सम्पादक सुरेश गुप्ता की खास बातचीत: कारीगिरी और ...
रायपुर

प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को दिए उनके सपनों के आशियाने, खुशी का माहौल

रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्ठा में आयोजित एक भव्य आमसभा एवं विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह में भाग लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रदेश के तीन आदिवासी परिवारों को नए आवास की चाबी सौंपकर उन्हें उनके सपनों के घर का तोहफा दिया। यह दिन उन परिवारों के लिए बेहद खास और अविस्मरणीय साबित हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से दल्लु राम बैगा से सजीव संवाद किया, जो एक आदिवासी परिवार के सदस्य हैं। इस संवाद में प्रधानमंत्री ने दल्लु राम से पूछा, “पक्का मकान बन गया है?” जिस पर दल्लु राम ने आत्मविश्वास के साथ कहा, “हां, बन गया है।” फिर प्रधानमंत्री ने स्नेहपूर्वक पूछा, “अच्छा लग रहा है की नहीं?” और दल्लु राम ने भावुक होकर कहा, “अच्छा लग रहा है।” यह संवाद न केवल एक औपचारिक बातचीत था, बल्कि विश्वास, संवेदनाओं और साझेदारी का जीवंत उदाहरण था।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर बीजापुर, कबीरधाम और जशपुर जिलों के आदिवासी परिवारों को उनके नए आवासों की चाबी सौंपकर उनके जीवन में नई रोशनी डाली। प्रधानमंत्री ने बताया कि यह आवास योजना प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों का सपना पूरा कर रही है, खासकर उन परिवारों का जिनकी स्थिति बेहद खराब थी और वे कच्चे मकानों में रहने को मजबूर थे।

दल्लु राम बैगा, जो पहले कच्ची मिट्टी और खपरैल के घर में रहते थे, अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक पक्के घर में रह रहे हैं। उन्हें 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और 23 हजार रुपये की मनरेगा मजदूरी भी मिली। अब उनका परिवार न केवल सुरक्षित मकान में रह रहा है, बल्कि आत्मसम्मान और गर्व के साथ समाज में अपनी पहचान भी बना रहा है।

वहीं, जशपुर जिले के करदना पंचायत के पहाड़ी कोरवा समुदाय के श्री जगतपाल राम की जिंदगी भी अब खुशहाल हो गई है। वर्षों तक एक टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने के बाद अब उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना से एक मजबूत पक्का घर बनाया है, जिसमें शौचालय और बिजली जैसी सुविधाएं भी हैं। अब उनका परिवार मूसलधार बारिश, सांप-बिच्छुओं और रात के अंधेरे से सुरक्षित है।

सोमारी पुनेम, जो बीजापुर के चेरपाल में रहती हैं, ने भी कभी नहीं सोचा था कि उसे एक दिन पक्का मकान मिलेगा। अपने पति के निधन के बाद वह अपनी छोटी सी झोपड़ी में अपने बेटे के साथ संघर्ष कर रही थीं, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना से उन्हें नया जीवन और एक सुरक्षित घर मिला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना के माध्यम से इन आदिवासी परिवारों को केवल घर ही नहीं, बल्कि सम्मान, सुरक्षा और आत्मविश्वास भी दिया है। यह योजना उन परिवारों के लिए एक नई उम्मीद बनकर आई है, जो कभी अपने सपनों के घर का सपना भी नहीं देख पाते थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button