IPS विजय अग्रवाल को मिला दुर्ग जिले की कमान, बेसिक पुलिसिंग और इन्वेस्टिगेशन के हैं एक्सपर्ट, दुर्ग से पहले 4 जिलों में रह चुके हैं एसपी

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में हुए ताजा आईपीएस तबादलों के तहत विजय अग्रवाल को दुर्ग जिले का नया एसपी नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति सिर्फ एक प्रशासनिक फेरबदल नहीं बल्कि राज्य सरकार के भरोसे का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक बार फिर विजय अग्रवाल की कुशल पुलिसिंग और जमीनी पकड़ को मान्यता देते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।





आईपीएस विजय अग्रवाल ने अपनी सेवा के दौरान जशपुर, जांजगीर-चांपा, अंबिकापुर और बलौदाबाजार जैसे संवेदनशील जिलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कांग्रेस सरकार के दौरान वे जशपुर में एसपी रहे। बाद में भीम आर्मी के आंदोलन के दौरान जांजगीर भेजे गए, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था को पूरी तरह नियंत्रित किया।




जनवरी 2024 में जब अंबिकापुर में कांग्रेस नेताओं के आपसी संघर्ष से कानून व्यवस्था चरमरा गई, तब उन्हें वहां की जिम्मेदारी दी गई, और उन्होंने स्थिति को पूरी तरह संभाल लिया। इसके बाद बलौदा बाजार हिंसा के दौरान कलेक्टर और एसपी को हटाया गया और एक हाई लेवल मीटिंग में विजय अग्रवाल का नाम सर्वसम्मति से तय किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय न सिर्फ विजय अग्रवाल की कार्यशैली से भलीभांति परिचित हैं, बल्कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी जानते हैं। यही कारण है कि सत्ता परिवर्तन के बाद भी उन्हें अहम जिलों की जिम्मेदारी मिलती रही है।
दुर्ग के लिए कोई नया चेहरा नहीं
विजय अग्रवाल दुर्ग जिले की भौगोलिक, सामाजिक और अपराध की प्रवृत्तियों से भली-भांति वाकिफ हैं। वे पूर्व में यहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ट्रैफिक) और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) के पद पर सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वे भिलाई स्थित प्रथम वाहिनी में कमांडेंट भी रह चुके हैं।
बेसिक पुलिसिंग और इंवेस्टिगेशन के एक्सपर्ट
अग्रवाल को बेसिक पुलिसिंग का माहिर और क्राइम इन्वेस्टिगेशन में दक्ष अफसर माना जाता है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई गंभीर मामलों का सफल खुलासा किया है। दुर्ग जिला उनके करियर का पांचवां एसपी पोस्टिंग है, जिससे अनुभव की उनकी गहराई का अंदाजा लगाया जा सकता है।