श्री कृष्ण भक्ति निष्काम और निरंतर हो – श्रीमद भागवत कथा में सुश्री गोपेस्वरी देवी की उपदेश

रिसाली। दशहरा मैदान रिसाली सेक्टर में आयोजित श्रीमद भागबत कथा में दूसरे दिन कथाकार सुश्री गोपेस्वरी देवी( वृंदावन )ने कहा की सूत जी एवं शौनकादि ऋषियों के प्रसंग से शुरू करते हुए बताया कि इस कलयुग के जीवों के कल्याण का सबसे सरल, उत्तम और अति शीघ्र मार्ग केवल श्री मदभागबत पुराण है ।



हम सब श्री कृष्ण भक्ति से ही जीव अपने समस्त विकारों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं ।



उन्होंने यह भी बताया की श्री कृष्ण भक्ति निष्काम और निरंतर हो । आधा घंटा भगवान् में मन लगाया और बाकी समय संसार को मन दिया ऐसे कल्याण नहीं होगा ।

आंठों पहर भगवान् का चिंतन होना चाहिए ।और आगे कथा में कैसे शुकदेव जी इस संसार में प्रकट हुए और कैसे उन्हें श्री मद्भागवत पुराण कथा प्राप्त हुई ये बताया गया ।
फिर परीक्षित जी के जन्म कथा बताई गई । और कैसे परीक्षित जी को शार्प मिला और उनका शुकदेव जी से मिलन हुआ ये कथा बताई गई ।
रोजाना यह कथा दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक हो रहा है।आज कथा में सती प्रसंग, ध्रुव चरित्र, जड़ भरत कथा होगी