उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने की धान खरीदी की तारीख पर स्पष्टता, कांग्रेस ने फिर से बढ़ाने की मांग की

रायपुर: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आखिरकार धान खरीदी की तारीख को लेकर मची ऊहापोह को समाप्त कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार धान खरीदी की तारीख को आगे नहीं बढ़ाएगी, और 31 जनवरी को ही अंतिम तिथि रहेगी।



अरुण साव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केवल कटे हुए टोकन वाले किसानों की ही धान खरीदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस बार धान खरीदी के पूरे प्रक्रिया की निगरानी की है, और किसानों ने उत्साह के साथ धान बेचा है।



उन्होंने यह भी कहा कि आज (31 जनवरी) अंतिम दिन है, और इसके बाद धान की गणना की जाएगी, साथ ही प्रोत्साहन राशि जल्द ही किसानों को भेजी जाएगी।

हालांकि, कांग्रेस ने धान खरीदी की अवधि को बढ़ाने की फिर से मांग की है। कांग्रेस के पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि सरकार धान खरीदी का अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई है और बड़ी संख्या में किसान धान बेचने से वंचित हो गए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि हर सोसाइटी में किसानों को धान बेचने का मौका नहीं मिल पाया और कांग्रेस की मांग है कि सरकार किसानों का एक-एक दाना खरीदे और धान खरीदी की अवधि को बढ़ाए।
इस मुद्दे पर अब देखना यह होगा कि क्या सरकार अपनी नीति में कोई बदलाव करती है या फिर यह प्रक्रिया 31 जनवरी तक ही समाप्त हो जाएगी।