कूटरचित दस्तावेज से जमीन बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, तथाकथित जीजा-साली भी गिरफ्त में

स्मृतिनगर | स्मृतिनगर पुलिस ने कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से एक ही जमीन को 7 लोगों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह अपने कृत्य के माध्यम से लोगों को धोखा दे रहा था, लेकिन पुलिस की तत्परता और सक्रियता के चलते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।



मामला इस प्रकार है कि साधना देवी और एस. देवी, निवासी भिलाई ने पुलिस को सूचना दी कि ग्राम कोहका स्थित जमीन (खसरा नं. 3310/06,07) को कन्हैया शर्मा और उसके साथी ने धोखाधड़ी से अपने स्वयं के और अन्य महिला को साधना देवी एवं एस. देवी बना कर बेच दिया था।



आरोपी ने उक्त जमीन को मती संतोष खण्डूजा के पास बिक्री कर दिया था। इस पर थाना सुपेला चौकी स्मृतिनगर में अपराध क्र. 572/23 धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी भा.द.वि. के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार शुक्ला और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक सत्यप्रकाश तिवारी और थाना प्रभारी सुपेला राजेश मिश्रा के मार्गदर्शन में आरोपीयों की तलाश शुरू की गई। इस दिशा में उप निरीक्षक गुरविन्दर सिंह संधू और उनकी टीम ने कई स्थानों पर दबिश दी, जिसमें आरोपी कन्हैया शर्मा और साधना देवी के फरार होने की जानकारी प्राप्त हुई।
हालांकि, टीम ने तकनीकी जानकारी के आधार पर आरोपी कन्हैया शर्मा और रजनी रत्नम को उनके मायके, अहिवारा वार्ड 06 थाना नंदिनी नगर में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अपनी भूमिका स्वीकार की और उन्हें न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
इस सफलता में उप निरीक्षक गुरविन्दर सिंह संधू, चौकी प्रभारी स्मृतिनगर, आरक्षक कमल नारायण, हर्षित शुक्ला और महिला आरक्षक मीरा वर्मा का सराहनीय योगदान रहा।
- आरोपियों के नाम और गिरफ्तारी:
- कन्हैया शर्मा (उम्र 67 वर्ष)
- रजनी रत्नम (उम्र 59 वर्ष)
यह कार्यवाही पुलिस की सतर्कता और तत्परता का प्रमाण है, जिसने गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने में सफलता हासिल की।