ब्रेकिंग
उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के कार्य सराहनीय – अरुण साव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं के साथ किया आत्मीय संवाद श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव स... दुर्ग में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवक की मौत, एक की लाश नदी में मिली, दूसरा तालाब में डूबा न्यायमूर्ति अभय मनोहर स्प्रे, अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट ऑन रोड सेफ्टी के द्वारा आज दिनांक को दुर्ग जिले ... सुशासन तिहार के प्रथम चरण में 109452 आवेदन प्राप्त हुए - मांग के 106421 आवेदन एवं शिकायत के 3031 आव... शिवनाथ नदी पुल के नीचे मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, पुलिस जांच में जुटी गया नगर में युवक ने लगाई फांसी, कारणों की जांच में जुटी पुलिस तेज रफ्तार एसयूवी की टक्कर से आठ लोग घायल, पुलिस ने आरोपी चालक को पकड़ा नागपुर रेलवे स्टेशन पर सीजी सुपरफास्ट न्यूज चैनल के सम्पादक सुरेश गुप्ता की खास बातचीत: कारीगिरी और ...
मध्यप्रदेश

साइकिल चलाकर घर पहुंचा 7 साल का बच्चा, हार्ट अटैक से मौत

निवाड़ी|  कोविड-19 के बाद से देश के विभिन्न राज्यों में युवाओं के साथ बच्चों में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. इस बीच महज सात साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले के ओरछा में सात साल के राघव उर्फ हनी दुबे को हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उसने अपनी मां की आंखों के सामने तड़पते हुए दम तोड़ दिया.

राघव अपने घर के सामने साइकिल चला रहा था, तभी उसे अचानक से सीने में तेज दर्द महसूस हुआ. इसके बाद उसने सीने में दर्द की शिकायत अपनी मां से की. राघव की मां ने स्थिति को भांपते हुए आस पड़ोस के लोगों से मदद मांगी और बच्चे को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचीं. यहां ओरछा के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने राघव को झांसी मेडिकल कॉलेज भेजने की सलाह दी.

रास्ते में तोड़ा दम

इसके बाद परिजन राघव को झांसी मेडिकल अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी हालत तेजी से बिगड़ती चली गई और वह दर्द से चिल्ला रहा था. इसी दौरान उसे उल्टी हुई और उसकी सांसें थम गई. बता दें राघव की मां भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा के ओरछा मंडल की महामंत्री हैं. घटना के बाद से परिजनों का बुरा हाल है.

जंक फूड से बचे

फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की असली वजह का खुलासा होगा. हालांकि, डॉक्टरों का मानना है कि सही खान पान नहीं होने की वजह से हार्ट अटैक की संख्या में इजाफा हो रहा है. डॉक्टरों द्वारा बार-बार अभिभावकों से अपील की जा रही है कि वह अपने बच्चों को जंक फूड से दूर रखें. डॉक्टरों के अनुसार बच्चों की जिद के बावजूद उन्हें जंक फूड नहीं देना चाहिए. इसकी बजाए स्वस्थ भोजन और गाय का दूध बच्चों के लिए बेहतर है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button