मराठी सिनेमा के महान अभिनेता अतुल परचुरे का निधन: 57 साल की उम्र में कहा अलविदा

मुंबई। मराठी फिल्म इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आ रही है। दिग्गज अभिनेता अतुल परचुरे का निधन हो गया है। अतुल परचुरे कुछ समय पहले कैंसर से पीड़ित थे, लेकिन उन्होंने सफलतापूर्वक कैंसर को हरा दिया था। कैंसर पर काबू पाने के बाद अतुल परचुरे ने दोबारा शूटिंग शुरू कर दी थी। वह कई कार्यक्रमों में दर्शकों के सामने आये थे। एक कार्यक्रम में सभी मराठी कलाकारों ने उन्हें सलाम किया था।



अतुल परचुरे ने 57 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके निधन से मराठी फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान हुआ है। अतुल परचुरे ने कई हिंदी और मराठी धारावाहिकों में विभिन्न भूमिकाएँ निभाई हैं। उन्होंने ज़ी मराठी चैनल पर अली मुमी गुपचिली, जाओ सून मी हये घरची, जागो मोहन प्यारे, भागो मोहन प्यारे धारावाहिकों में प्रमुख भूमिका निभाई।



इसके अलावा, उन्होंने कई नाटकों में भी काम किया है। अतुल परचुरे ने कपुस्कोंडाय स्टोरी, गेला माधव कुनी कडे, तरूण तुर्क म्हातरे अरक, तुझम है तुजपाशी, नतिगोटी, विस्का और वल्ली, तिलक और आगरकर जैसे प्रसिद्ध नाटकों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। इसलिए मराठी दर्शकों ने उन्हें बेहद प्यार किया और उनके काम की सराहना की।

अतुल परचुरे की मौत की खबर पर ठाकरे समूह के पूर्व ठाणे सांसद राजन विखरे ने दुख जताया है। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट कर अपना दुख जाहिर किया है। “यह बताया गया कि अनुभवी अभिनेता अतुल परचुरे का निधन हो गया है। अतुल परचुरे ने हाल ही में कैंसर जैसी बड़ी बीमारी को मात दी थी और नए जोश के साथ दर्शकों का मनोरंजन करना शुरू किया था लेकिन आज उनकी मौत की दुर्भाग्यपूर्ण खबर सामने आई है।”
राजन बिखरे ने कहा, “उसके निधन से मराठी फिल्म उद्योग को बहुत बड़ी छाती हुई है और हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान पर जुड़े के परिवार को इस दुख से उभरने की शक्ति प्रदान करे। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को इस कठिन समय में सहारा मिले।”
उन्होंने आगे कहा, “पर जुड़े एक महान अभिनेता और निर्देशक थे, जिन्होंने मराठी सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी फिल्में न केवल मनोरंजन करती थीं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक संदेश भी देती थीं।”
राजन बिखरे ने पर जुड़े के साथ अपने काम के अनुभवों को भी साझा किया और कहा, “मैंने पर जुड़े के साथ कई फिल्मों में काम किया है और मैं उनकी प्रतिभा और समर्पण का हमेशा प्रशंसक रहा हूं। उनकी अनुपस्थिति में हमें बहुत दुख होगा, लेकिन उनकी फिल्में और उनकी विरासत हमेशा हमारे साथ रहेंगी।”.