पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा का संदेश

कवर्धा – 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने उनके आदर्शों और विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पंडित जी ने भारतीय राजनीति में एक नई दृष्टि प्रदान की, विशेषकर “अंत्योदय” के सिद्धांत के माध्यम से, जो समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान को समर्पित है।




भावना बोहरा ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि विकास का वास्तविक अर्थ केवल आर्थिक वृद्धि नहीं है, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के उत्थान में है। उन्होंने कहा, “किसी भी समाज की सच्ची प्रगति उस समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई से मापी जाती है।”




विधायक ने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में किसानों के लिए प्रतिमाह 6000 रुपए की सहायता और 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाने के प्रयास किए गए हैं। साथ ही, महिलाओं के लिए 33% आरक्षण और मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने जैसी योजनाएं भी लागू की गई हैं।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की योजनाओं का उल्लेख करते हुए बोहरा ने कहा कि प्रदेश में जरूरतमंदों के लिए ₹1 किलो चावल, निशुल्क नमक और आदिवासी अंचल में नि:शुल्क चरण पादुकाओं का वितरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी की नेतृत्व में माताओं-बहनों को आर्थिक सहयोग और प्रधानमंत्री आवास की योजनाएं भी महत्वपूर्ण कदम हैं।
भावना बोहरा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांत में स्वावलंबन और शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उनका जीवन और विचार भारतीय समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि हम मिलकर एक सशक्त और समान समाज की स्थापना के लिए प्रयास करें, जहाँ हर व्यक्ति का सम्मान हो और उनके अधिकार सुरक्षित हों।
इस अवसर पर विधायक ने पंडित जी के अंत्योदय सिद्धांत को वर्तमान में लागू करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया, ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई सुनिश्चित हो सके।