ब्रेकिंग
दर्दनाक सड़क हादसा: ब्रेकर पर बाइक से गिरने के बाद 12 साल की बच्ची की ट्रेलर से कुचलकर मौत सार्वजनिक शौचालय स्वच्छ और सर्वसुविधायुक्त होंगे, मरम्मत व रखरखाव के लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी... जैन संतों पर हमले के विरोध में ‘कलेक्टोरेट चलो’ रैली में शामिल हुए अरुण वोरा, बोले – संतों की सुरक्ष... हर घर तक पहुंचेगा ‘आवास प्लस 2.0’ सर्वे, 30 अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश भारतमाला परियोजना अंतर्गत कार्य पूर्ण हो चुके ग्रामों में प्रतिबंध समाप्त मृतक के परिजन को मिली आर्थिक सहायता लोकल फॉर वोकल एवं स्वावलंबी भारत के निर्माण में छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड की महत्वपूर्ण भू... छत्तीसगढ़ में 4 नए स्मार्ट औद्योगिक पार्क स्थापित होंगे: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की घोषणा सीएसआ... केंद्र सरकार की कथित तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, ED कार्रवाई पर जताया विरोध गुरुवार को होगा बड़ा संधारण कार्य शटडाउन के कारण शाम की पाली में नही खुलेंगे नल,महापौर व आयुक्त ने ब...
दुर्ग

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी से जिला अस्पताल की सेवाएं प्रभावित

दुर्ग । जिला अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने जीवनदीप समिति के आजीवन सदस्य दिलीप ठाकुर और मानद सदस्य प्रशंात डोनगांवकर लगातार प्रयासरत् है।

इस सिलसिले में उन्होने शुक्रवार को जिला कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी से मुलाकात कर जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती करने के अलावा अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधा की दृष्टि से एबीजी मशीन उपलब्ध करवाने की मांग की।

इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया है। मांगो को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए उक्त संबंध में जल्द ही उचित पहल करने का भरोसा दिलाया है।

इस संबंध में जिला अस्पताल जीवनदीप समिति के आजीवन सदस्य दिलीप ठाकुर ने बताया कि दुर्ग जिला अस्पताल 500 बिस्तर वाला अस्पताल है।

यहां ओपीडी में प्रतिदिन 1 हजार से अधिक मरीज चिकित्सा सेवा का लाभ लेते है, किंतु अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के अंतर्गत पर्याप्त एवं निर्धारित संख्या में वार्ड ब्वॉय और आया की कमी है।

यह कमी गुणात्मक और सकारात्मक चिकित्सा परिणाम में व्यवधान बन रहा है।वार्ड ब्वॉय व आया अस्पताल के दो अथवा तीन वार्डों में सेवा देते नजर आते है।

इसका प्रमुख कारण संभवत रिटायरमेंट प्रक्रिया भी हो सकती है, किंतु रिक्त  पदों में भर्ती नहीं होने से अस्पताल में वार्ड ब्वॉय व आया की कमी परेशानी का कारण बना हुआ है।

उन्होने बताया कि जिला अस्पताल के आईसीयू में एबीजी मशीन की नितांत आवश्यकता है। मरीजों की बीमारी की जांच प्रक्रिया के लिए एबीजी मशीन जरुरी है। जिसकी अस्पताल में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button