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छत्तीसगढ़

लोगों का सेहत का फिक्र कर स्वालंबी बनी महिलाएं- दोना पत्तल से कारोबार की शुरूआत

रिसाली | स्वयं का कारोबार शुरू करने का सपना हर व्यक्ति का होता है, किन्तु पैसा कमाने के लिए आमजनों के सेहत का ध्यान रखना कम लोग ही सोचते है।

इसी तरह की कुछ महिलाओं की सोच ने उन्हें आत्म निर्भर बना दिया। हम बात कर रहे है नगर पालिक निगम रिसाली क्षेत्र में मिलट कैफे की संचालन करने वाली ख्याती समूह की महिलाओं की।

ख्याती समूह की अध्यक्ष ललिता सिरके बताती है कि उन्होंने पैसा कमाने से ज्यादा महत्व लोगों की सेहत को दिया।

आज वे इस मुकाम पर पहुंच गई है जहां हर महिला सद्स्य 7 से 10 हजार प्रतिमाह की कमाई कर रही है।

रिसाली के नागरिक जंक फूड की जगह स्वास्थ्य वर्धक मिलेट को पसंद कर रहे है।

वे बताती है कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन (एन.यू.एल.एम.) से जुड़ने के बाद उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिला। वे आज सभी आत्मनिर्भर है।

दोना पत्तल से शुरूआत
एन.यू.एल.एम. से जुड़ने के बाद महिलाएं सबसे पहले दोना पत्तल बनाने का काम शुरू की। शुरूआती दौर में उन्हें खास मुनाफा नहीं हुआ।

बाद में महिलाओं ने शासन की योजना के तहत बने मिलेट कैफे के संचालन करने का प्लान बनाया और 1.50 लाख का ऋण लेकर कारोबार शुरू की।

बचत भी कर रही है महिलाएं
समूह की महिलाओं का कहना है कि शुरूआती दौर में महिलाएं घर में रहती थी।

आय का साधन नहीं था। आज महिलाएं बचत कर रही है। भविष्य में वो कारोबार को बढ़ाने योजना भी बना रही है।

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