ब्रेकिंग
वाहन चालकों के लिए हेलमेट, सीटबेल्ट के उपयोग व लायसेंस एवं बीमा होना जरूरी- न्यायमूर्ति श्री अभय मनो... नागरिकों की शिकायते सुनने टोल फ्री नंबर 1800 233 0788 सेवा में डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार अपर कलेक्टरों के मध्य कार्यों का विभाजन प्याऊ घर की सुविधा मिलने से लोगों को भीषण गर्मी में पेयजल उपलब्ध होता है,स्वयंसेवी संस्थाओं ने हमेशा... रास्ते में मोबाईल छीन कर भागने वाले को पकड़ने में दुर्ग पुलिस को मिली सफलता उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के कार्य सराहनीय – अरुण साव मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं के साथ किया आत्मीय संवाद श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री विष्णु देव स... दुर्ग में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवक की मौत, एक की लाश नदी में मिली, दूसरा तालाब में डूबा
मध्यप्रदेश

स्टेशन पर सोते रह गए माता-पिता, खेलते-खेलते ट्रेन में चढ़ा तीन साल का मासूम, फिर ऐसे मिला

दमोह/मध्यप्रदेश | दमोह से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां तीन साल का मासूम लकी 21 अगस्त की रात छिंदवाड़ा स्टेशन पर खेलते- खेलते ट्रेन में चढ़ गया। जिसके बाद वह 27 अगस्त को पथरिया के पास असलाना में रेलवे ट्रैक पर घायल मिला था। राहगीर की सूचना पर आरपीएफ पहुंची और बच्चे को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया।

वीडियो कॉल से कराई बात

कोतवाली थाना प्रभारी आनंद सिंह ने वीडियो कॉल पर लकी और उसके माता-पिता की बात कराई, तो लकी ने उन्हें पहचान लिया। इसके बाद लकी के परिजन छिंदवाड़ा से दमोह के लिए रवाना हो गए। जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तो लकी सो रहा था। इसके अस्पताल स्टाफ ने जगाया कि माता-पिता आ गए हैं। फिर वह उठ गया और माता-पिता को गले लगा लिया।

21 अगस्त को माता-पिता से दूर हुआ था लकी

लकी अपने माता-पिता से 21 अगस्त को बिछड़ गया था। जिसके बाद वह 27 अगस्त को रेलवे ट्रैक के पास से मिला था। स्टेशन पर वह माता-पिता के साथ सो रहा था। तभी खेलते-खेलते वह गायब हो गया।

सिर से बह रहा था खून

जब लकी घायल अवस्था में मिला तो उसके सिर से खून बह रहा था। इसके राहगीर की सूचना के बाद पुलिस पहुंची और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। उस दौरान माता-पिता के बारे में पूछा गया तो वह ठीक से कुछ बता नहीं पा रहा था। पुलिस ने बच्चे की फोटो को सोशल मीडिया पर फैलाया। तब जाकर उसके मामा-मामी ने उसकी फोटो देखकर माता-पिता को सूचना दी।

घर लौट आया लकी

पांच सितंबर को लकी के साथ ही परिवार की खुशियां भी लौट आई। लकी ने माता-पिता को जैसे ही देखा। वह उनसे लिपटकर रोने लगा। इस दौरान अस्पताल में मौजूद लोगों की आंखें भर आई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button