दुर्गेश को समाधान शिविर से मिली राहत, जीर्णाेद्धार स्थिति में थी ऋण पुस्तिका

दुर्ग | ग्राम बोरीगारका निवासी कृषक दुर्गेश वर्षों से अपनी भूमि के कागजात को लेकर असमंजस में रहे। दुर्गेश के लिए “समाधान शिविर“ किसी वरदान से कम नहीं रहा।







दुर्गेश की ऋण पुस्तिका जीर्णाेद्धार स्थिति में थी, पुराने दस्तावेज धुंधले पड़ चुके थे और समय पर नवीनीकरण न होने से वह किसी भी वित्तीय सहायता या कृषि ऋण के लिए पात्र नहीं हो पा रहे थे।




दुर्गेश ने समाधान शिविर में अपनी समस्या रखी, जहां विभागीय अधिकारी नायब तहसीलदार क्षमा यदु ने तुरंत संज्ञान लेते हुए दस्तावेजों की जांच की।
प्रक्रिया को प्राथमिकता में लेते हुए उनकी पुरानी, क्षतिग्रस्त ऋण पुस्तिका का नवीनीकरण कर एक नई पुस्तिका जारी की गई। नई ऋण पुस्तिका मिलने के साथ ही दुर्गेश अब बैंक से कृषि ऋण लेने में सक्षम हो गए हैं। दुर्गेश ने कहा कि समाधान शिविर ने मेरी सबसे बड़ी परेशानी खत्म कर दी। शिविर में कई ग्रामीणों को ऐसी ही राहत मिली।