ब्रेकिंग
कुत्ता खरीदने के लिए पैसे न मिलने पर बेटे ने की मां की हत्या, पत्नी पर भी किया हमला मोबाइल पर बात करते वक्त फिसली छात्रा, रुद्री नहर में गिरी; दो युवकों ने बचाई जान दुर्ग में 25 अप्रैल को प्लेसमेंट कैंप, 103 पदों पर होगी भर्ती -बाजार व राजस्व प्रभारी चंद्रशेखर चन्द्राकर ने अधिकारियों के साथ किया गंजमण्डी व्यवसायिक परिसर का औच... लापरवाही से वाहन चलाते हुए कार चालक ने दो खड़ी गाड़ियों को मारी टक्कर, पुलिस ने दर्ज किया मामला दुर्ग केंद्रीय जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी की मौत, कई दिनों से था बीमार प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन 25 अप्रैल को - निजी क्षेत्र के 103 पदों पर होगी भर्ती स्वास्थ विभाग में 38 विज्ञापित पदों के लिए सूची जारी - 26 अप्रैल तक दावा आपत्ति आमंत्रित सेल्फ एम्प्लोएड टोईलर में प्रशिक्षण देने के लिए आवेदन 30 अप्रैल तक आमंत्रित हरियाली बढ़ाने और जल संरक्षण के लिए सभी विभाग प्रमुखों को दिए निर्देश
दुर्ग

आंबेडकर जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए सांसद बघेल

भिलाई। डॉ बाबा साहेब आंबेडकर जयंती के अवसर पर दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। भिलाई के हृदय स्थल पावर हाउस स्थित डॉ आंबेडकर चौक में बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। डॉ अम्बेडकर प्रतिमा प्रबंध राज्य स्तरीय जयंती मेला समिति अध्यक्ष सुनील रामटेके ने सांसद बघेल का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय बघेल थे।

विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक रिकेश सेन, देवेन्द्र यादव, मुस्लिम समाज के असीम बेग, वर्षा बागड़े, ज्ञान बागड़े उपस्थित थे। तथागत समाज कल्याण समिति अध्यक्ष अनिल साखरे, धनंजय मेश्राम, सिद्धांत के द्वारा आयोजित भंडारे में सांसद विजय बघेल ने अपने हाथों से भोजन परोसा।

सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा भिलाई के हृदय स्थल अम्बेडकर चौक में एक मंच पर सभी को आमंत्रित किया। केवल बौद्ध समाज ही नहीं दूसरे समाज को भी आमंत्रित करने की सद्धभावना हमेशा बनी रहे। डॉ राजेंद्र प्रसाद ने डॉ बाबा साहेब को संविधान लिखने कि जिम्मेदारी दी।

डॉ अम्बेडकर को संविधान सभा की ड्राफ्टिंग सभा का अध्यक्ष होने के नाते संविधान निर्माता होने का श्रेय दिया जाता है। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। वे एक गरीब परिवार से थे। बचपन में उन्हें जातिवाद और भेद भाव का गहरा अनुभवहुआ लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कठिन संघर्षों के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button